Edited By Neetu Bala, Updated: 08 Jan, 2025 07:52 PM
हालांकि, जम्मू-कश्मीर में इस वायरस का कोई मामला अभी तक नहीं पाया गया है, लेकिन भविष्य में इसके संक्रमण की संभावना से बचने के लिए अस्पतालों में एहतियात बरती जा रही है।
जम्मू-कश्मीर: HMPV (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस ) वायरस के बढ़ते खतरे के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर का स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है और अस्पतालों में तैयारी शुरू कर दी है। इस वायरस के बारे में चिंता इसलिए बढ़ी है क्योंकि भारत में बच्चों में इसके सात मामले सामने आए हैं। हालांकि, जम्मू-कश्मीर में इस वायरस का कोई मामला अभी तक नहीं पाया गया है, लेकिन भविष्य में इसके संक्रमण की संभावना से बचने के लिए अस्पतालों में एहतियात बरती जा रही है।
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जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) अस्पताल में 31 बिस्तरों वाला एक आइसोलेशन वार्ड स्थापित किया गया है, जिसमें सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं। अस्पताल की नर्सों ने बताया कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी की गई है। यह वार्ड विशेष रूप से वायरस से प्रभावित होने वाले बच्चों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्तियों के इलाज के लिए तैयार किया गया है।
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स्वास्थ्य विभाग ने जनता से अपील की है कि वे घबराएं नहीं। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि अगर वायरस के मामले सामने आते हैं तो इलाज और आइसोलेशन के लिए सभी उपाय किए गए हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, यह वायरस खासकर बच्चों और उन व्यक्तियों को प्रभावित करता है जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। हालांकि, उचित चिकित्सा देखभाल और उपचार से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
इस स्थिति में सबसे महत्वपूर्ण है कि लोग सतर्क रहें और साफ-सफाई बनाए रखें, ताकि संक्रमण फैलने से रोका जा सके।
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