Edited By Neetu Bala, Updated: 31 Aug, 2024 04:14 PM
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि आरोप-प्रत्यारोप से कोई समस्या हल नहीं होगी, हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध बनाने की जरूरत है।
श्रीनगर ( मीर आफताब ) : "हलाल-हराम" मुद्दे पर हाल ही में महबूबा मुफ्ती द्वारा दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को मांग की कि आरोप-प्रत्यारोप के बजाय देश को बचाने पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
श्रीनगर के मकदूम साहब दरगाह में पत्रकारों से बातचीत करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि आरोप-प्रत्यारोप से कोई समस्या हल नहीं होगी, हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध बनाने की जरूरत है।
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उन्होंने तमिलनाडु से लेकर कश्मीर तक भारत की विविधता और इस बहुलतावाद को संरक्षण की जरूरत के बारे में बात की। अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीर में सभी धर्मों की रक्षा करने की लंबी परंपरा है और ऐसी भावना देश में मार्गदर्शक शक्ति होनी चाहिए।
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उन्होंने सरजन बरकती के नामांकन पत्र खारिज होने के बारे में बात करते हुए कहा कि वह इस मुद्दे से संबंधित नहीं हैं और पीड़ितों को चुनाव आयोग के साथ इस मुद्दे को सुलझाना चाहिए। अब्दुल्ला को उम्मीद है कि इन दिनों के बाद अच्छे दिन आएंगे।