कश्मीरी पंडितों के गढ़ में मुकाबला रोचक, NC की इस पार्टी से होगी टक्कर

Edited By Sunita sarangal, Updated: 23 Sep, 2024 12:48 PM

election on jammu kashmir habba kadal seat

इस विधानसभा क्षेत्र में 17000 के करीब कश्मीरी पंडित वोटर हैं। इस बार सभी घर वापसी की उम्मीद के साथ मतदान करने वाले हैं।

कश्मीर: श्रीनगर शहर में जेहलम दरिया के किनारे बसा हब्बाकदल विधानसभा क्षेत्र कश्मीरी पंडितों का गढ़ रहा है और कई पंडित नेताओं ने इस विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है। हालांकि यहां पर 8 बार नेशनल कांफ्रेंस, एक बार कांग्रेस और 2 बार निर्दलीय चुनाव जीत चुके हैं। इस बार भाजपा, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक जनशक्ति पार्टी, पी.डी.पी. और नेशनल कांफ्रेंस मैदान में है जबकि 5 निर्दलियों समेत कुल 16 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।

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इस बार मुकाबला इसलिए रोचक है कि चुनाव मैदान में आवामी नेशनल कांफ्रेंस के मुजफ्फर शाह चुनाव मैदान में हैं जो डा. फारूक अब्दुल्ला की बहन खालिदा शाह और स्वर्गीय जी.एम. शाह के बेटे हैं। स्वर्गीय जी.एम. शाह ने नेकां का तख्ता पलट कर जम्मू-कश्मीर की सत्ता हासिल की थी। हब्बाकदल में सबसे प्राचीन गणपति जी का मंदिर है जो गणपतियार के नाम से प्रसिद्ध है और आस्था का केंद्र है।

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हब्बाकदल विधानसभा क्षेत्र में वर्ष 2008 और 2014 में नेशनल कांफ्रेंस की शमीमा फिरदौस विधायक रहीं और क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। पहले यहां 54,852 मतदाता थे जबकि इस बार 93,163 मतदाता हैं जो पहले के मुकाबले 38,311 अधिक हैं। इस विधानसभा क्षेत्र में 118 महिला मतदाता पुरुषों से अधिक हैं। वर्ष 2014 के चुनावों में 21.08 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस बार मतदान प्रतिशत अगर 50 प्रतिशत से भी आगे बढ़ जाता है तो नेकां के लिए विजयी रथ को आगे बढ़ाना मुश्किल होगा। यहां पर भाजपा के अशोक भट, आर.एल.जे.पी. के संजय सर्राफ, संतोष लाबू्र, अशोक रैणा, पन्नाजी डेम्बी और अशोक साहिब कश्मीरी पंडित चुनाव मैदान में हैं।

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इस विधानसभा क्षेत्र में 17000 के करीब कश्मीरी पंडित वोटर हैं। इस बार सभी घर वापसी की उम्मीद के साथ मतदान करने वाले हैं। अब मतदाता किसके पक्ष में मतदान करते हैं, उसका नतीजे आने पर ही पता चलेगा। भाजपा, कांग्रेस लगातार कश्मीरी पंडितों की वापसी की बात करती रही है परन्तु हैरानी है कि दोनों दलों को पिछले चुनावों में उतने वोट नहीं मिले। भाजपा के मोती कौल को 2596 और कांग्रेस के रमन मट्टू को 973 वोट मिले थे जबकि शमीमा फिरदौस ने 4955 वोट लिए थे। अब मतदाता बढ़ गए हैं और मतदान प्रतिशत बढ़ने से हार-जीत का अंतर भी प्रभावित होगा।

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अलबत्ता इस सीट पर पंडित नेताओं में डी.पी. धर 2 बार नेकां से, श्रीकांत कौल कांग्रेस, पी.एल. हांडू नेकां से 2 बार और रमन मट्टू निर्दलीय चुनाव जीत कर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।

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