Edited By Sunita sarangal, Updated: 15 Jul, 2024 11:57 AM
वहीं सरकार पर जानवरों को पालने में होने वाले खर्च में भी कमी आएगी।
जम्मू: जम्मू-कश्मीर वन्य जीव विभाग ने अनोखी योजना शुरू की है। प्रदेश के सबसे बड़े जंबू जू (चिड़िया घर) के जानवरों को लोग अब गोद ले सकेंगे।
जानकारी के अनुसार शेर को गोद लेने के लिए प्रति महीने 7 हजार का खर्च निर्धारित किया गया है। वहीं तेंदुए को गोद लेने के लिए 6 हजार, भालू को गोद लेने के लिए 3 हजार और हिरण को गोद लेने के लिए भी प्रति महीने 3 हजार का खर्च देना होगा।
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जंबू जू के अधिकारी अनिल अत्री का कहना है कि जम्मू-कश्मीर में पहली बार जानवर प्रेमियों के लिए जानवर गोद लेने की योजना शुरू की गई है। जंबू जू में शेर, चीता, तेंदुए, हिरण, भालू, जंगली बिल्ली समेत 18 प्रजातियों के जानवर हैं। जानवर प्रेमी समय-समय पर विभाग से संपर्क कर इस तरह की योजना को शुरू करने का आग्रह किया करते थे। सभी हितधारकों से विचार कर विभाग की तरफ से जंबू जू के जानवरों को गोद लेने की योजना को शुरू किया गया है।
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इस योजना का सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि जानवर प्रेमी जंबू जू में और बेहतर तरीके से अपनी भूमिका निभा सकते हैं। उनकी भागीदारी से जानवरों को लाभ मिलेगा। वहीं सरकार पर जानवरों को पालने में होने वाले खर्च में भी कमी आएगी। अभी तक 3 लोगों ने शेर और चीते को गोद लेने के लिए आवेदन भी कर दिया है।
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उल्लेखनीय है कि जंबू जू में एशियाई शेर का जोड़ा रखा गया है। वर्तमान में एशियाई शेरों की आबादी केवल गुजरात राज्य तक ही सीमित है। जम्मू में गुजरात से यह जोड़ा नवंबर 2023 में लाया गया था। इनकी आयु करीब चार साल और तीन साल के करीब है।