Edited By Sunita sarangal, Updated: 25 Mar, 2025 02:32 PM

सूत्रों की मानें तो आतंकवादी पाकिस्तान से सीमा पार करके हीरानगर सेक्टर के सन्याल गांव में घुस आए थे।
कठुआ(लोकेश): जम्मू-कश्मीर के कठुआ में रविवार को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच गोलीबारी हुई। इसके बाद से सुरक्षाकर्मी आतंकवादियों की तलाश में लगे हुए हैं।
जम्मू और कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (DGP) नलिन प्रभात भी सोमवार को घने जंगलों में तलाशी अभियान में शामिल हो गए। पुलिस महानिदेशक का इस तरह के ऑपरेशन में शामिल होना बहुत ही असामान्य बात है। माना जा रहा है कि 30 सालों में यह पहली बार है जब जम्मू-कश्मीर के सबसे बड़े पुलिस अधिकारी ऐसा कर रहे हैं।
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प्रभात खुद AK-47 लेकर तलाशी के लिए निकले। उनके साथ पुलिस महानिरीक्षक (जम्मू क्षेत्र) भीम सेन टूटी, डी.आई.जी. (जम्मू-सांबा-कठुआ रेंज) शिव कुमार शर्मा, कठुआ एस.एस.पी. शोभित सक्सेना और एस.पी. (ऑपरेशन) नासिर खान भी ऑपरेशन में शामिल थे।
सूत्रों की मानें तो आतंकवादी पाकिस्तान से सीमा पार करके हीरानगर सेक्टर के सन्याल गांव में घुस आए थे। वहां उनकी मुलाकात कुछ स्थानीय लोगों से हुई, जिन्होंने खतरे की घंटी बजाई। इसके बाद रविवार शाम को सुरक्षाबलों और जंगलों में छिपे आतंकवादियों के बीच थोड़ी देर के लिए गोलीबारी हुई।
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सूत्रों के अनुसार जम्मू-कश्मीर के डी.जी.पी. रविवार शाम को ही घटनास्थल पर पहुंच गए थे और आधी रात तक वहीं रहे। फिर अगली सुबह वे तलाशी दलों में शामिल होने के लिए वापस आ गए। पुलिस का कहना है कि 5-6 आतंकवादी जंगलों में छिपे हुए हैं। गांव में तनाव का माहौल है और सुरक्षाबलों ने लोगों से घरों के अंदर रहने की अपील की है।
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पाकिस्तान से आतंकवादियों के घुसपैठ का एक बड़ा रास्ता
कठुआ जिले के साथ लगती अंतर्राष्ट्रीय सीमा पाकिस्तान से आतंकवादियों के घुसपैठ का एक बड़ा रास्ता बन गई है। आतंकवादी इसी रास्ते से उधमपुर, डोडा और किश्तवाड़ जिलों को जोड़ने वाले कैलाश त्रिकोणीय क्षेत्र के ऊंचे इलाकों में जाते हैं। पिछले साल कठुआ के बदनोटा गांव के पास आतंकवादियों ने सेना के काफिले पर हमला कर दिया था, जिसमें 5 सैनिक शहीद हो गए थे।
जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि यह क्षेत्र अंतर्राष्ट्रीय सीमा के करीब है इसलिए पूरी संभावना है कि आतंकी वहीं (पाकिस्तान) से आए होंगे। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। पहले देखते हैं कि क्या किसी को ट्रैक किया जाता है या नहीं और स्थिति कैसे विकसित होती है।
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