Edited By Neetu Bala, Updated: 24 Jun, 2024 04:09 PM

कल देर शाम सड़क हादसे में महात्मा जी की मौत हो गई थी।
पुंछ: आज पुंछ में महात्मा भगवान दास महाराज का अंतिम संस्कार बड़े ही श्रद्धा एवं सम्मान के साथ किया गया। उनके अंतिम संस्कार और शव यात्रा में सभी समुदायों के हजारों लोगों ने भाग लिया। गौरतलब है कि कल देर शाम को बाइक पर पुंछ की तरफ आ रहे महात्मा भगवान दास को गांव बैंच में एक तेज रफ्तार बस ने टक्कर मार दी थी और बस चालक घटनास्थल से फरार हो गया था। जिसके उपरांत करीब 20 मिनट तक महात्मा खून लतपथ पर सड़क पर पड़े रहे इसके उपरांत की पुंछ नगर के दो युवकों ने उन्हें उठाकर राजा सुखदेव सिंह जिला अस्पताल पहुंचा था जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था।
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उसके उपरांत कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद उनके शव को नगर स्थित गीता भवन में रखा था जहां जिला सनातन धर्म सभा की तरफ से रात भर श्री राम नाम संकीर्तन किया गया वहीं जिला सनातन धर्म सभा की तरफ से आज सुबह 9:00 बजे महात्मा जी की शव यात्रा गीता भवन से निकल गई जो कि नगर के विभिन्न बाजारों से होती हुई पुलस्त्य नदी किनारे श्मशानघाट पहुंची जहां पर महात्मा के एक साथी महात्मा सिया दास ने उन्हें मुखाग्नि दी और उनका अंतिम संस्कार किया। महात्मा भगवान दास पिछले 25 वर्षों से पुंछ में अलग-अलग मंदिरों में रहकर भगवान के ध्यान साधना के साथ ही लकवा के मरीजों में सर्वाइकल जोड़ों के दर्द के मरीजों का उपचार करने के साथ ही कर्मकांड और अन्य धार्मिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे। लोगों ने महात्मा जी की आकस्मिक निधन को समाज के लिए बड़ी हानि बताया है।