Edited By Sunita sarangal, Updated: 21 Jun, 2024 11:16 AM
इस प्रकार जंगल के जंगल राख के ढेरों में तब्दील होकर रह गए हैं।
नौशहरा: जंगलों में आग लगने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। चीड़ के हरे-भरे पेड़ जलकर राख हो गए हैं। जंगलों में आग लगने का सिलसिला पिछले 1 महीने से जारी है। इस साल पड़ रही बड़ी गर्मी के कारण जंगलों में आग लगी हुई है, जिस कारण बड़े-बड़े जंगल खत्म हो चुके हैं। चीड़ के पेड़ों को सबसे ज्यादा नुक्सान हुआ है, क्योंकि यह हरे होते हुए भी राख बन रहे हैं।
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वन विभाग के कर्मचारी, फायर टैंडर, इंडियन आर्मी समेत कई गैर सरकारी संगठन के वॉलंटियर भी आग बुझाने में शामिल रहे, मगर उनकी तमाम कोशिश इस आग के आगे बेकार साबित हुई। जब भी आंधी तूफान चला इस आग ने और जोर पकड़ा और यह फैलती गई। इस प्रकार जंगल के जंगल राख के ढेरों में तब्दील होकर रह गए हैं। अगर गर्मी का यही सिलसिला जोकि पिछले डेढ़ महीने से जारी है एक सप्ताह तक और जारी रहा तो जो जंगल थोड़े बहुत बच गए हैं वह भी जलकर राख हो जाएंगे।