Edited By Neetu Bala, Updated: 11 May, 2025 04:18 PM

गांव के लोग, बच्चे-बुजुर्ग, महिलाएं सभी उन्हें अंतिम सलामी देने के लिए उमड़ पड़े।
जम्मू डेस्क : कांगड़ा के शाहपुर गांव का बहादुर बेटा, सूबेदार मेजर पवन कुमार देश के लिए शहीद हो गए। उनकी वीर देह तिरंगे में लिपटी हुई जब गांव पहुंची, तो पूरे गांव में मातम छा गया। हर आंख नम थी और हर चेहरा दुखी। गांव के लोग, बच्चे-बुजुर्ग, महिलाएं सभी उन्हें अंतिम सलामी देने के लिए उमड़ पड़े।
पवन कुमार की शहादत की खबर जैसे ही गांव पहुंची थी, तभी से पूरे इलाके में गम का माहौल था। जब उनका पार्थिव शरीर सेना के वाहन में गांव लाया गया, तो "भारत माता की जय", "शहीद पवन कुमार अमर रहें" के नारों से आसमान गूंज उठा। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था।
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गांव में हर कोई कह रहा था कि पवन कुमार ने देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए, लेकिन उनका बलिदान हम कभी नहीं भूल सकते। उन्होंने सेना में रहते हुए कई बार देश सेवा में अपना पराक्रम दिखाया।
कुछ ही देर में उनकी अंतिम यात्रा निकाली जाएगी, जिसमें गांव के लोग, प्रशासनिक अधिकारी और सेना के जवान शामिल होंगे। पूरे राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी। शहीद पवन कुमार के बलिदान पर पूरा देश गर्व करता है। उनका नाम हमेशा वीरों की सूची में चमकता रहेगा।
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