Edited By Sunita sarangal, Updated: 05 Sep, 2024 11:39 AM
धरना प्रदर्शन को संबोधित कर रहे नेताओं का कहना था कि पाकिस्तानी सरकार एवं पाकिस्तानी सेना उन्हें इन्सान नहीं समझती।
पुंछ(धनुज): बुधवार को पाकिस्तान के अवैध कब्ज़े वाले जम्मू-कश्मीर के गिलगिट बाल्टिस्तान क्षेत्र में स्थानीय लोगों ने पाकिस्तानी सेना एवं पाकिस्तानी सरकार द्वारा किए जा रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज़ बुलंद करते हुए घंटों मुख्यमार्ग बाधित कर जमकर नारेबाजी की। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तानी प्रशासन को फौरन लोगों पर सेना एवं सरकार द्वारा किए जा रहे अत्याचार को बंद करने के लिए कहा। जानकारी के अनुसार बुधवार को आयोजित इस महाप्रदर्शन में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग एकत्रित हुए और मुख्यमार्ग पर धरना लगाकर प्रदर्शन करने लगे। धरना प्रदर्शन के कारण सड़क के दोनों ओर पर कई घंटों तक लंबा जाम भी लगा रहा।
धरना प्रदर्शन को संबोधित कर रहे नेताओं का कहना था कि पाकिस्तानी सरकार एवं पाकिस्तानी सेना उन्हें इन्सान नहीं समझती। उनके ऊपर घोर अत्याचार किया जा रहा है। आए दिन सेना एवं पाकिस्तानी तंत्र द्वारा घरों में घुसकर उन्हें पीटा जाता है। निर्दोष लोगों की जान लेना एक आम-सी बात है। उनके लोग तिल-तिल मरने को मजबूर हैं। युवा पीढ़ी हताश और निराश है। उनकी गुहार कोई सुन नहीं रहा। मानवाधिकार संगठन मूकदर्शक बने हैं। उन्हें राशन तक उपलब्ध नहीं करवाया जा रहा। पाकिस्तानी प्रशासन द्वारा हर वस्तु के मूल्य इतने बढ़ाए गए हैं कि रोज़मर्रा की चीजें भी आम इन्सान के लिए सपना बन रही हैं। पाकिस्तान द्वारा उनके संसाधनों को विदेशी लोगों को बेचा जा रहा है। उनकी संपदा को खुलेआम लूटा जा रहा है। पाकिस्तानी सरकार चीन के साथ मिलकर सिपेक का निर्माण कर अपना कर्ज़ उतारने के चक्कर में लोगों के संसाधनों को लूट रही है। लोग पाकिस्तानी सेना के ज़ुल्मों सितम से पूरी तरह टूट चुके हैं और आज यहां पर अपने हक के लिए आवाज़ उठा रहे हैं। अब वे ज़ुल्मों सितम नहीं सहेंगे और ना ही अत्याचार बर्दाश्त करेंगे। इस अवसर पर प्रदर्शनकारियों ने ‘जब तक भूख और नंग रहेगी, जंग रहेगी जंग रहेगी’ के नारे बुलंद किए। कई घंटे तक जारी विरोध प्रदर्शन को पाकिस्तानी सेना द्वारा बलपूर्वक तितर बितर कर मार्ग खुलवाया।