Edited By VANSH Sharma, Updated: 11 Oct, 2025 05:37 PM

डिजिटल पेमेंट के बढ़ते इस्तेमाल के बीच, कुछ लोगों ने इसका गलत फायदा उठाना शुरू कर दिया है।
जम्मू-कश्मीर डेस्क: डिजिटल पेमेंट के बढ़ते इस्तेमाल के बीच, कुछ लोगों ने इसका गलत फायदा उठाना शुरू कर दिया है। शहर में हाल के हफ्तों में दो कैब ड्राइवर और एक ऑटो ड्राइवर ऐसे शिकार बने, जिन्हें यात्रियों ने UPI से पैसे देने का वादा करके राइड पूरी कराई, लेकिन भुगतान नहीं किया। इस धोखे ने ड्राइवरों को अपनी रोज़मर्रा की कमाई के नुकसान का सामना करने पर मजबूर कर दिया है।
अब कई लोग कैश के बजाय डिजिटल पेमेंट का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन कुछ लोग इसका गलत फायदा उठा रहे हैं। श्रीनगर में तीन ड्राइवर जिनमें से दो कैब ड्राइवर और एक ऑटो ड्राइवर ऐसे ही धोखे का शिकार हुए है। यात्रियों ने UPI से पैसे देने का वादा किया, लेकिन राइड खत्म होने के बाद भुगतान नहीं किया।
एक कैब ड्राइवर ने बताया कि हाल के हफ्तों में वह दो बार धोखा खा चुके हैं। पहली बार एक महिला यात्री ने 400 रुपए की राइड के बाद पैसे देने का वादा किया, लेकिन पैसे नहीं दिए। दूसरी बार एक यात्री ने ऐप से बुकिंग की, लेकिन 250 रुपए का भुगतान नहीं किया। अब वह केवल कैश ही लेते हैं।
ऑटो ड्राइवर खुरशीद अहमद ने भी बताया कि उन्होंने एक युवक पर भरोसा किया था, जिसने UPI से पैसे देने का वादा किया। लेकिन पैसे नहीं मिले। उस दिन उनकी कमाई बिल्कुल खत्म हो गई। ड्राइवरों का कहना है कि किसी का पैसा लेना गलत है। ये पैसे किसी महल के लिए नहीं हैं, हमारी रोज़ की कमाई हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि डिजिटल पेमेंट बढ़ने से धोखाधड़ी के मौके भी बढ़ गए हैं। कई ड्राइवर तुरंत भुगतान चेक नहीं कर सकते, इसलिए धोखा हो जाता है। अभी कई ड्राइवर केवल कैश ले रहे हैं, ताकि उनकी रोज़ की कमाई सुरक्षित रहे। राइड-हैलिंग कंपनियों में इन-ऐप शिकायत करने का तरीका होता है, लेकिन सभी ड्राइवर इसका इस्तेमाल नहीं जानते। ड्राइवर उम्मीद कर रहे हैं कि लोग जागरूक होंगे और समय पर पेमेंट करेंगे। फिलहाल, कई ड्राइवर सिर्फ कैश ही लेने की योजना बना रहे हैं।
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