Edited By Sunita sarangal, Updated: 18 Oct, 2024 11:52 AM
इस संबंध में पूछे जाने पर लोन ने कहा कि वह स्वास्थ्य कारणों के चलते बैठे रहे।
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने श्रीनगर के सोनवारी से नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) विधायक हिलाल अकबर लोन के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। ये आदेश गत बुधवार को हुए शपथ ग्रहण समारोह में राष्ट्रगान के दौरान उनके खड़े न होने के लिए दिए गए हैं।
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उल्लेखनीय है कि यह घटना शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एस.के.आई.सी.सी.) में जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में उमर अब्दुल्ला के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान हुई जब लोन सहित कुछ उपस्थित लोग राष्ट्रगान बजने पर खड़े नहीं हुए। इन दावों की पुष्टि करने के लिए अधिकारी कार्यक्रम की सी.सी.टी.वी. फुटेज की समीक्षा कर रहे हैं।
इस संबंध में पूछे जाने पर लोन ने कहा कि वह स्वास्थ्य कारणों के चलते बैठे रहे। हालांकि एक रिपोर्ट के अनुसार समारोह से कुछ घंटे पहले लोन को खड़े होकर मीडिया को साक्षात्कार देते हुए देखा गया था। इसी बीच अधिकारी अब राष्ट्रगान के दौरान खड़े न होने वाले सभी व्यक्तियों की पहचान करने के लिए समारोह की पूरी फुटेज की जांच कर रहे हैं ताकि बैठे रहने वाले किसी भी व्यक्ति की पहचान की जा सके।
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हिलाल अकबर लोन ने स्पष्ट किया कि उनकी स्वास्थ्य स्थिति के कारण वह राष्ट्रगान के दौरान खड़े नहीं हो सके। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने बताया कि मीडिया से बात करने के बाद राष्ट्रगान बजने पर वह कुछ देर के लिए खड़े हुए परंतु पीठ दर्द के कारण उन्हें फिर से बैठना पड़ा।
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लोन ने दृढ़ता से कहा कि उनका कृत्य आपराधिक नहीं था। इसके पक्ष में उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय का हवाला दिया जिसमें कहा गया है कि राष्ट्रगान के दौरान खड़े न होना अपराध नहीं माना जाता। नेकां विधायक का कहना था कि उन्होंने विधानसभा सदस्य के तौर पर भारतीय संविधान की शपथ ली है। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी व्यक्ति द्वारा राष्ट्रगान को बाधित किए जाने पर इसे अपराध माना जा सकता है।
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