Edited By VANSH Sharma, Updated: 30 Dec, 2025 04:46 PM

नए साल को देखते हुए जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत कर दिया गया है।
जम्मू (तनवीर सिंह): नए साल को देखते हुए जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत कर दिया गया है। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सर्दियों का मौसम और घना कोहरा सुरक्षा चुनौतियों को और बढ़ा देता है। जम्मू के अखनूर सेक्टर में भारत–पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा की स्थिति को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा एजेंसियों, जम्मू-कश्मीर पुलिस और BSF ने सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया है।
सीमा पार से संभावित घुसपैठ की आशंका को देखते हुए जम्मू-कश्मीर पुलिस और BSF की सभी चौकियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और गश्त को कई गुना बढ़ा दिया गया है। कोहरे और कम दृश्यता का फायदा उठाकर घुसपैठ की कोशिशें बढ़ सकती हैं, इसलिए एंटी-इन्फिल्ट्रेशन ग्रिड को और मजबूत किया गया है। संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है।
ऐसे कठिन मौसम में भी BSF की महिला कमांडो अग्रिम मोर्चे पर डटी हुई हैं। अखनूर सेक्टर में घने कोहरे के बीच महिला कमांडोज़ हाई-टेक हथियारों और आधुनिक निगरानी उपकरणों की मदद से सीमाई इलाकों में लगातार पेट्रोलिंग कर रही हैं। कम दृश्यता और कड़ाके की ठंड के बावजूद उनकी सतर्कता में कोई कमी नहीं है। सीमा के हर इंच पर नज़र रखते हुए ये कमांडोज़ यह सुनिश्चित कर रही हैं कि दुश्मन किसी भी तरह की नापाक हरकत न कर सके।
आधुनिक हथियारों और तकनीकी संसाधनों के जरिए लगातार संपर्क और निगरानी बनाए रखी जा रही है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पाकिस्तानी नेतृत्व बंकरों में छिपने को मजबूर था। नए साल के मौके पर उन्हें एक बार फिर यह डर सता रहा है कि यदि कोई गलती हुई, तो भारत की ओर से ऐसा करारा जवाब मिलेगा, जिसकी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है।
इस बीच, सीमा के सबसे संवेदनशील इलाकों में BSF और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों ने फेंस के नजदीक गश्त तेज कर दी है। फेंस, तारबंदी और ज़मीन पर होने वाली हर गतिविधि पर पैनी नज़र रखी जा रही है। जवान लगातार चौकियों के बीच मूवमेंट कर रहे हैं, ज़मीन पर पैरों के निशानों की जांच कर रहे हैं और हर संदिग्ध गतिविधि की तुरंत रिपोर्ट कर रहे हैं।
ठंड और धुंध के बावजूद जवानों की तत्परता और निगरानी में कोई कमी नहीं है। रात के समय फेंस के पास बढ़ी पेट्रोलिंग, चौकियों से निगरानी और हाई-पावर लाइटों की मदद से सीमा को पूरी तरह सुरक्षित रखा जा रहा है।
कुल मिलाकर, नए साल से पहले अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा बलों ने अपनी तैयारियों को चरम स्तर पर पहुंचा दिया है। चाहे महिला कमांडोज़ हों या फेंस के पास गश्त करते BSF और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान—हर नापाक कोशिश को नाकाम करने के लिए सभी पूरी तरह तैयार हैं। कोहरा हो, ठंड हो या अंधेरा—भारत की सीमा पर सुरक्षा का यह मजबूत कवच दुश्मन के हर इरादे को ध्वस्त करने में सक्षम है।
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