Srinagar में छड़ी मुबारक का भव्य आयोजन, जानें क्या है प्राचीन शारिका भवानी मंदिर का रहस्य
Edited By Neetu Bala, Updated: 25 Jul, 2025 12:55 PM

इस मौके पर बहुत सारे साधु-संत और श्रद्धालु मौजूद थे और उन्होंने पूजा-अर्चना में हिस्सा लिया।
श्रीनगर ( मीर आफताब ) : श्रावण शुक्ल पक्ष की पहली तिथि पर स्वामी अमरनाथजी की पवित्र छड़ी को हरि पर्वत के ऊपर बने पुराने शारिका भवानी मंदिर में पूजा के लिए ले जाया गया। इस मौके पर बहुत सारे साधु-संत और श्रद्धालु मौजूद थे और उन्होंने पूजा-अर्चना में हिस्सा लिया।
पवित्र छड़ी के स्थायी निवास दशनामी अखाड़े ने बताया कि महंत दीपेंद्र गिरि जी के नेतृत्व में यह पूजा दो घंटे तक चली। छड़ी को परंपरा के अनुसार मंदिर में लेकर जाकर माता शारिका भवानी के दर्शन कराए गए।
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शारिका भवानी को 'त्रिपुरसुंदरी' और 'चक्रेश्वरी देवी' के नाम से भी जाना जाता है। ये श्रीनगर शहर की मुख्य देवी मानी जाती हैं। कहा जाता है कि माता शारिका ने हरि पर्वत पर एक पवित्र चट्टान के रूप में खुद को प्रकट किया था।

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