Edited By Sunita sarangal, Updated: 04 Apr, 2024 12:38 PM

गांव के लोगों का कहना है कि मोदी सरकार लाखों-करोड़ों की तादाद में पैसा भेज रही है पर पैसा कहां लग रहा है इसका कोई पता नहीं।
जम्मू(रोहित): परगवाल के सीमावर्ती क्षेत्र में बसा हमीरपुर कोना गांव बिल्कुल बॉर्डर के नजदीक है। एक तरफ बॉर्डर और दूसरी तरफ चिनाब दरिया का जलस्तर। गांव के लोगों को अब यह चिंता सता रही है कि अगर चिनाब दरिया का जलस्तर बढ़ता है तो तय है कि आने वाले दिनों में गांव भी डूब जाएगा। वहीं बांध टूटने के बाद भी अभी तक प्रशासन गहरी नींद में सोया हुआ है। प्रशासन को चाहिए कि बरसात आने से पहले बांध को बनाया जाए।
यह भी पढ़ें : जम्मू-कश्मीर की 3 लोकसभा सीटों पर BJP उम्मीदवारों के चुनाव लड़ने पर संशय
गांव के लोगों का कहना है कि मोदी सरकार लाखों-करोड़ों की तादाद में पैसा भेज रही है पर पैसा कहां लग रहा है इसका कोई पता नहीं। फ्लड डिपार्मेंट द्वारा कई बार गुहार लगाने के बाद भी बांध नहीं बनाया जा रहा। गांव के लोगों का कहना है कि अगर बरसात होने से पहले बांध को नहीं बनाया गया तो इसकी जिम्मेदारी फ्लड डिपार्टमेंट की होगी। वे इनके खिलाफ आने वाले दिनों में जोरदार प्रदर्शन भी करेंगे।
यह भी पढ़ें : कश्मीर में बारिश का सिलसिला जारी, जानें आने वाले दिनों का हाल
वहीं गांव के लोगों का यह भी कहना है जिस समय दरिया में पानी कम होता है तब यह लोग बांध नहीं बनाते। बांध तब बनाए जाते हैं जब दरिया का जलस्तर बढ़ता है। जब दरिया का पानी उफान पर होता है तब यह बांध बनाना शुरू करते हैं लेकिन तब कोई फायदा नहीं होता। हर बार लोगों को इसका नुकसान उठाना पड़ता है और गांव की जो जमीन है वह दरिया में बह जाती है।