Edited By VANSH Sharma, Updated: 30 Apr, 2025 08:40 PM

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद राज्य के शिक्षा विभाग ने बड़ा कदम उठाया है।
जम्मू डेस्क : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद राज्य के शिक्षा विभाग ने बड़ा कदम उठाया है। बताया जा रहा है कि शिक्षा विभाग ने एलओसी (लाइन ऑफ कंट्रोल) के पास स्थित स्कूलों में विद्यार्थियों को आपातकालीन सुरक्षा ट्रेनिंग देने की पहल शुरू की है। इस ट्रेनिंग कार्यक्रम का उद्देश्य सीमावर्ती क्षेत्रों में रह रहे छात्रों को युद्ध जैसे हालात में सुरक्षित रहने की जानकारी और तैयारी देना है।
22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन घाटी में हुए इस आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी, जिसमें ज्यादा संख्या पर्यटको की थी। इस घटना के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है। पिछले छह रातों से पाकिस्तान की ओर से लगातार सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है, जिस पर भारतीय सेना ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया है।
इन परिस्थितियों के बीच, नियंत्रण रेखा से सटे गांवों में रहने वाले लोगों की चिंता बढ़ गई है। खासकर तुलावारी जैसे गांवों में, जो पाकिस्तानी बंकरों से महज 200 मीटर की दूरी पर स्थित हैं, बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता और भी गहरी हो गई है। ऐसे में स्थानीय स्कूलों में अब छात्रों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिसमें बमबारी से बचने की तकनीकें, आपातकालीन ड्रिल और युद्ध की स्थिति में क्या करना चाहिए, इस पर जागरूकता सत्र शामिल हैं।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों को खासकर स्कूली छात्रों की सुरक्षा को लेकर नई चिंता उभरी है। सरकार द्वारा शुरू किया गया यह ट्रेनिंग कार्यक्रम एक सकारात्मक कदम है।