Edited By Neetu Bala, Updated: 11 May, 2025 05:17 PM

थलसेना प्रमुख (Chief of the Army Staff) जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने हालात की गंभीरता को देखते हुए सेना के वरिष्ठ कमांडरों के साथ सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की।
जम्मू डेस्क ( शिवम बक्शी ) : भारत-पाकिस्तान के DGMO स्तर की बातचीत के बाद भले ही फिलहाल हालात शांत हों, लेकिन भारतीय सेना पूरी तरह सतर्क है। सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने पश्चिमी सीमाओं पर तैनात सभी सैन्य कमांडरों को संघर्ष विराम के किसी भी उल्लंघन पर “किनेटिक डोमेन” में जवाबी कार्रवाई की पूरी छूट दे दी है।
ये भी पढ़ेंः शहीद सुनील कुमार पंचतत्व में विलीन, हजारों लोगों ने नम आंखों से दी अंतिम विदाई
भारतीय सेना ने शनिवार शाम को हुई डीजीएमओ वार्ता के बाद यह बड़ा निर्णय लिया है। सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि, “10-11 मई की रात हुए संघर्षविराम और एयरस्पेस उल्लंघन के बाद सेना प्रमुख ने पश्चिमी सीमा पर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। इसके बाद उन्होंने कमांडरों को पूर्ण अधिकार दिए हैं कि यदि डीजीएमओ वार्ता के तहत बनी सहमति का उल्लंघन होता है तो वे उचित जवाबी कार्रवाई कर सकें।”
मिली जानकारी के अनुसार समझौते की घोषणा से ठीक एक घंटे पहले ही भारत ने स्पष्ट कर दिया था कि भविष्य में पाकिस्तान की ओर से कोई भी आतंकी कार्रवाई 'युद्ध' मानी जाएगी और इसका करारा जवाब दिया जाएगा।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here