Edited By VANSH Sharma, Updated: 02 Aug, 2025 04:14 PM

जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश में रक्षाबंधन और जन्माष्टमी के दौरान पतंगबाजी की परंपरा बड़े ही धूमधाम से निभाई जाती है। खासकर युवाओं में पतंग उड़ाने का उत्साह चरम पर रहता है। लेकिन हाल के दिनों में इस परंपरा में एक खतरनाक मोड़ आ गया है, जो कि है...
जम्मू (तनवीर सिंह): जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश में रक्षाबंधन और जन्माष्टमी के दौरान पतंगबाजी की परंपरा बड़े ही धूमधाम से निभाई जाती है। खासकर युवाओं में पतंग उड़ाने का उत्साह चरम पर रहता है। लेकिन हाल के दिनों में इस परंपरा में एक खतरनाक मोड़ आ गया है, जो कि है चाइनीज मांझा या गट्टू डोर का इस्तेमाल।
यह मांझा सामान्य सूती डोर की जगह एक बेहद मजबूत नायलॉन की डोर होती है, जो न तो आसानी से कटती है और न ही टूटती है। इसी मजबूती के कारण अब यह डोर जानलेवा बनती जा रही है। पिछले कुछ दिनों में इसी चाइनीज मांझे से एक युवक की मौत हो गई, जबकि एक अन्य युवक को गहरे जख्म आए, जिसे अस्पताल में टांके लगवाने पड़े।
इस खतरनाक स्थिति को देखते हुए जम्मू प्रशासन और पुलिस हरकत में आ गई है। प्रशासन ने चाइनीज मांझा बेचने, खरीदने और इस्तेमाल करने वालों पर सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। जगह-जगह छापेमारी की जा रही है और दोषियों को पकड़ने के लिए एक विशेष मुहिम चलाई जा रही है। साथ ही, प्रशासन ने एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है, जिसके माध्यम से लोग इस मांझा की बिक्री और उपयोग की सूचना दे सकते हैं। सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
इस पूरे मामले को लेकर डोगरा फ्रंट के प्रधान अशोक गुप्ता ने भी जोरदार प्रदर्शन किया और प्रशासन व पुलिस से मांग की कि चाइनीज मांझा बेचने और खरीदने वालों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि जान किसी की भी हो – इंसान, पक्षी या जानवर – वह अनमोल होती है और उसे बचाना हमारा कर्तव्य है। स्थानीय नागरिकों ने भी प्रशासन के इस कदम की सराहना की है और अपील की है कि त्योहारों की खुशी को बरकरार रखने के लिए इस तरह के खतरनाक सामान पर पूरी तरह रोक लगाई जाए।
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