Edited By Sunita sarangal, Updated: 05 Aug, 2024 12:12 PM
सुरक्षाबलों के एक प्रवक्ता का कहना है कि आतंकवादी गतिविधि को देखते हुए वे हमेशा सतर्क रहते हैं, चाहे वह 5 अगस्त हो या 15 अगस्त।
श्रीनगर(मीर आफताब): केंद्र शासित प्रदेश में अनुच्छेद 370 हटाए जाने की 5वीं वर्षगांठ पर कुपवाड़ा और बारामूला के सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए गए हैं।
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जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेना ने कुपवाड़ा और बारामूला एल.ओ.सी. क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर चेकपोस्ट स्थापित कर गश्त बढ़ा दी है। जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ-साथ अन्य सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट मोड में हैं। वाहनों और दस्तावेजों की भी गहन जांच की जा रही है। 5 अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 को निरस्त कर जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा और राज्य का दर्जा छीन लिया गया था और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया गया था। शहर से लेकर गांव तक कड़ी निगरानी की जा रही है ताकि पाकिस्तान से किसी भी तरह की घुसपैठ या अन्य घटनाओं को रोका जा सके।
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सुरक्षाबलों के एक प्रवक्ता का कहना है कि आतंकवादी गतिविधि को देखते हुए वे हमेशा सतर्क रहते हैं, चाहे वह 5 अगस्त हो या 15 अगस्त। वे अपनी सुरक्षा तैयारियों के बारे में सब कुछ कैमरे के सामने नहीं कह सकते। हाल के महीनों में जम्मू क्षेत्र में आतंकवादी हमलों में वृद्धि हुई है, जिसमें कठुआ में सेना के काफिले पर हमला और डोडा और उधमपुर में मुठभेड़ और कुपवाड़ा में घुसपैठ शामिल है। पिछले महीने, कुपवाड़ा जिले के मच्छल सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एल.ओ.सी.) पर पाकिस्तान बॉर्डर एक्शन टीम (बी.ए.टी.) के हमले को भारतीय सेना के जवानों ने नाकाम कर दिया था, जिसमें एक पाकिस्तानी घुसपैठिया मारा गया था।