Edited By Neetu Bala, Updated: 28 Jun, 2024 03:22 PM
![4603 pilgrims who set out to visit baba barfani will soon have darshan](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_6image_15_21_540665972fdfdfdsfs-ll.jpg)
पहले जत्थे का स्वागत डिप्टी कमिश्नर कुलगाम अतहर आमिर, एसएसपी कुलगाम साहिल सारंगल और नायवुगा सुरंग काजीगुंड के पास स्थानीय लोगों ने किया।
कुलगाम ( मीर आफताब ) : अमरनाथ यात्रा के लिए निकला 4603 तीर्थयात्रियों का पहला जत्था काजीगुंड पहुंच गया है। डीसी कुलगाम व एसएसपी कुलगाम ने नायवुगा सुरंग पर तीर्थयात्रियों का स्वागत किया। अधिकारियों ने बताया कि 4603 तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे का स्वागत डिप्टी कमिश्नर कुलगाम अतहर आमिर, एसएसपी कुलगाम साहिल सारंगल और नायवुगा सुरंग काजीगुंड के पास स्थानीय लोगों ने किया।
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उन्होंने बताया कि तीर्थयात्रियों को ठहरने और खाने-पीने की चीजें मुहैया कराने के उद्देश्य से वॉलनट फैक्टरी काजीगुंड और एफसीआई मीरबाजार में ट्रांजिट कैंप में 5,000 लोगों के ठहरने की व्यवस्था की गई है।
62 दिवसीय अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू होकर 19 अगस्त तक चलेगी। अमरनाथ गुफा समुद्र तल से 3,888 मीटर ऊपर स्थित है और यहां केवल पैदल या टट्टू से ही पहुंचा जा सकता है। हिमालय की गहराई में स्थित, गुफा मंदिर तक काजीगुंड-अनंतनाग-पहलगाम अक्ष और काजीगुंड-अनंतनाग-पुलवामा-श्रीनगर-बांदीपुर-गंदरबल-सोनमर्ग-बालटाल अक्ष के माध्यम से पहुंचा जा सकता है।
तीर्थयात्री पवित्र स्थल पर जाने के लिए दो मार्ग अपना सकते हैं। ज़्यादातर लोग बालटाल मार्ग से जाते हैं, जो बालटाल से मंदिर तक एक छोटी सी 16 किलोमीटर की चढ़ाई है, जो एक खड़ी, घुमावदार पहाड़ी पगडंडी से होकर जाती है। इस मार्ग पर तीर्थयात्रियों को 1-2 दिन लगते हैं।
दूसरा पहलगाम मार्ग है, जो गुफा से लगभग 36-48 किलोमीटर दूर है और इसे तय करने में 3-5 दिन लगते हैं। हालांकि यह एक लंबी यात्रा है, लेकिन यह थोड़ी आसान और कम खड़ी है।