Edited By Neetu Bala, Updated: 06 Mar, 2025 07:47 PM

बैठक में अपने पिछले निर्णयों की व्यापक समीक्षा की गई तथा 20 प्रमुख एजैंडा मदों के संबंध में कई नए निर्णय लिए गए।
जम्मू : उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने राजभवन में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (एस.एम.वी.डी.एस.बी.) की 74वीं बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में बोर्ड के सदस्य महामंडलेश्वर स्वामी विश्वेश्वरानंद गिरि महाराज, बालेश्वर राय, डॉ. अशोक भान, डॉ. नीलम सरीन, के.के. शर्मा, सुरेश कुमार शर्मा और रघु के. मेहता, उप-राज्यपाल के प्रधान सचिव डॉ. मंदीप के. भंडारी और एस.एम.वी.डी.एस.बी. के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंशुल गर्ग उपस्थित थे। बैठक में अपने पिछले निर्णयों की व्यापक समीक्षा की गई तथा 20 प्रमुख एजैंडा मदों के संबंध में कई नए निर्णय लिए गए।
बैठक के दौरान उप-राज्यपाल ने दर्शनी डियोड़ी, बाणगंगा में क्यू (कतार) कॉम्प्लैक्स और अर्धकुंवारी में होल्डिंग एरिया सहित कई तीर्थयात्री-केंद्रित सुविधाओं का उद्घाटन किया। क्यू कॉम्प्लैक्स सभी मौसम की स्थिति के दौरान आश्रय प्रदान करता है और भक्तों की आवाजाही को सुव्यवस्थित करता है। इस बीच अर्धकुंवारी में होल्डिंग एरिया भीड़भाड़ और प्रतीक्षा समय को कम करता है व भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा में सुधार करता है और तीर्थयात्रियों की गर्भगृह की ओर सुगम आवाजाही सुनिश्चित करता है। इस अवसर पर 50 ग्राम और 100 ग्राम चांदी के सिक्के भी लॉन्च किए गए।
इससे पहले एस.एम.वी.डी.एस.बी. के सी.ई.ओ. अंशुल गर्ग ने श्राइन बोर्ड की विभिन्न गतिविधियों और बोर्ड की पिछली बैठकों के विभिन्न निर्णयों के कार्यान्वयन के संबंध में की गई कार्रवाई पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी।
भैरों मंदिर के परिसर में पुनर्विकास पर सहमति
बोर्ड की नई तथा चल रही परियोजनाओं जैसे भवन में एक्जिट ट्रैक का निर्माण तथा मनोकामना क्षेत्र का पुनर्निर्माण (भवन क्षेत्र के लिए मास्टर प्लान का एक भाग), कटड़ा के हट गांव में श्री शिव खोड़ी श्राइन बोर्ड के सहयोग से हेलीपैड का विकास, भवन में नया वैष्णवी भवन, कॉटेज (खेल स्टेडियम के पास), कटड़ा, सांझीछत से भवन तक यात्रा ट्रैक का चौड़ीकरण तथा ककरयाल में बोर्ड के मैडिकल कॉलेज का संचालन इत्यादि के संबंध में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। वर्ष 2019 में यात्री रोपवे की स्थापना के बाद भैरों मंदिर में आने वाले लोगों की संख्या में पर्याप्त वृद्धि को ध्यान में रखते हुए बोर्ड ने भैरों मंदिर परिसर के पुनर्विकास पर सहमति व्यक्त की, ताकि एक कुशल कतार प्रबंधन प्रणाली के कार्यान्वयन, लॉकर सुविधाओं और अतिरिक्त शौचालयों के प्रावधान सहित प्रमुख चिंताओं को दूर किया जा सके। इस परियोजना को 12 महीनों के भीतर पूरा करने की योजना है।
2025-26 के लिए वार्षिक हरित योजना को मंजूरी
बोर्ड ने दुकान लाइसैंसधारियों के साथ लंबे समय से चल रहे मुकद्दमेबाजी के मामलों को निपटाने के लिए एक माफी योजना को मंजूरी दी, जिससे समाधान के लिए एक बार का अवसर प्रदान किया जा सके। बैठक में चालू वर्ष के लिए बोर्ड की वार्षिक हरित योजना के कार्यान्वयन की भी समीक्षा की गई और वर्ष 2025-26 के लिए वार्षिक हरित योजना को मंजूरी दी गई। उप-राज्यपाल ने एस.एम.वी.डी.एस.बी. के सी.ई.ओ. को निर्देश दिया कि वे श्राइन बोर्ड के परिसर में मौजूदा सीवेज ट्रीटमैंट प्लांट (एस.टी.पी.) का गहन मूल्यांकन करें, ताकि उत्पन्न सीवेज को संभालने में उनकी पर्याप्तता का आकलन किया जा सके और एस.टी.पी. की क्षमता बढ़ाने के लिए आवश्यक उपाय किए जा सकें। उन्होंने निर्देश दिया कि श्राइन के क्षेत्र में यथासंभव अक्षय ऊर्जा स्रोतों विशेष रूप से सौर ऊर्जा पर निर्भरता बढ़ाने के लिए लक्षित पहलों का पता लगाया जाए।
पिछले वर्ष 95 लाख लोगों ने किए मां के दर्शन
उप-राज्यपाल ने श्राइन बोर्ड द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं में निरंतर सुधार को बढ़ावा देने के लिए मजबूत फीडबैक तंत्र के कार्यान्वयन पर भी जोर दिया। बोर्ड ने गुरुकुल, अस्पताल, खेल परिसर, नर्सिंग कॉलेज, मैडिकल कॉलेज सहित एस.एम.वी.डी. चैरिटेबल सोसाइटी के तहत परिधीय संस्थानों का मूल्यांकन किया और उनके कामकाज का समर्थन करने के लिए अनुदान और वित्तीय सहायता को मंजूरी दी। बोर्ड ने स्थानीय हितधारकों के सहयोग से शंकराचार्य मंदिर परियोजना को शीघ्र पूरा करने के लिए कई उपायों पर भी चर्चा की। बोर्ड ने पाया कि श्री माता वैष्णो देवी मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार वृद्धि देखी गई है और लगातार तीसरे वर्ष वार्षिक तीर्थयात्रा 90 लाख से अधिक रही है, जो पिछले वर्ष 95 लाख तक पहुंच गई थी।
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