Edited By Neetu Bala, Updated: 09 Jan, 2025 07:34 PM
इस वायरस से निपटने के लिए स्वास्थ्य निदेशालय ने सभी स्वास्थ्य संस्थानों में विशेष बैड स्थापित करने के निर्देश दिए हैं।
जम्मू : देश में कोरोना के बाद ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (HMPV) की दहशत बढ़नी शुरू हो गई है। इस वायरस से निपटने के लिए स्वास्थ्य निदेशालय ने सभी स्वास्थ्य संस्थानों में विशेष बैड स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। इस वायरस के फैलने की स्थिति से निपटने के लिए जम्मू के गांधी नगर अस्पताल में विशेष आई.सी.यू. वार्ड स्थापित किया गया। वार्ड में वैंटीलेटर और 24 घंटे ऑक्सीजन की आपूर्ति वाले बैड हैं। गांधी नगर अस्पताल में 22,000 एल.पी.एम. की क्षमता वाला ऑक्सीजन प्लांट पूरी तरह से काम कर रहा है। विशेष वार्ड के अलावा, अस्पताल में 100 ऑक्सीजन-समर्थित बैड हैं और साथ ही पर्याप्त कंसन्ट्रेटर और विभिन्न प्रकार के सिलैंडर भी हैं।
स्वास्थ्य निदेशक डॉ. राकेश मगोत्रा ने जनता को आश्वस्त किया है कि इस वायरस को लेकर घबराने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चे और वृद्ध व्यक्ति इस वायरस की पकड़ में आ सकते हैं। उन्होंने जनता से कोरोना की तरह इस वायरस से बचने के लिए जागरूक रहने का आह्वान किया है। डॉ. मगोत्रा ने कहा कि अगर यह वायरस महामारी का रूप लेता है तो भी हम तैयार हैं।
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GMC में 500 से अधिक आइसोलेशन बैड की व्यवस्था
प्रिंसीपल जी.एम.सी. जम्मू डॉ. आशुतोष गुप्ता ने कहा कि यह वायरस नया नहीं है इसलिए घबराने की आवश्यकता नहीं है। फिलहाल स्थिति काबू में है और अगर यह वायरस जम्मू-कश्मीर में दस्तक देता है तो जी.एम.सी. रोगियों को बेहतर उपचार देने के लिए तैयार है। जी.एम.सी. में 500 से अधिक आइसोलेशन बेड हैं और आक्सीजन प्लांट भी पूरी तरह से कार्यात्मक है। उन्होंने लोगों से अपील की कि 2 वर्ष से कम आयु के बच्चों का विशेष ध्यान रखा जाए और मधुमेह, उच्च रक्तचाप, किडनी व कैंसर रोगियों को भी इस सर्दी के मौसम में विशेष ध्यान रखना चाहिए क्योंकि इस वायरस के लक्षण सर्दी में होने वाले फ्लू के समान ही हैं।
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शालामार अस्पताल में हुई मॉक ड्रिल
एच.एम.पी.वी. संक्रमण के फैलने की स्थिति से निपटने के लिए शालामार स्थित एस.एम.जी.एस.अस्पताल में आज मॉक ड्रिल में स्वास्थ्य सुविधाओं का निरीक्षण किया गया। मॉक ड्रिल में आक्सीजन प्लांट से लेकर अन्य संबंधित उपकरणों की स्थिति जांची गई और विशेष वार्ड निर्धारित करने के लिए भी प्रबंध किए गए। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दारा सिंह ने बताया कि मॉक ड्रिल का उद्देश्य एच.एम.पी.वी. वायरस से निपटने के लिए तैयारियों का जायजा लेने था। मॉक ड्रिल में डाक्टरों और पैरा मैडीकल के साथ-साथ टैक्नीकल कर्मियों व आक्सीजन प्लांट के इंजीनियर भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि अस्पताल में स्थापित आक्सीजन प्लांट पूरी तरह से काम कर रहा है। डॉ. सिंह ने कहा कि हम कोरोना का पहला, दूसरा और तीसरा दौर देख चुके हैं और उसी स्थिति के पैदा होने की स्थिति में अपनी उचित सेवाएं देने के लिए तैयार हैं।
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