Edited By Neetu Bala, Updated: 25 Jan, 2025 03:54 PM
राजौरी सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) अस्पताल के प्रिंसिपल Dr. Amarjit Singh Bhatia ने कहा कि डॉक्टरों और चिकित्सा सहायकों की सभी छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।
राजौरी/जम्मू: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के बधाल गांव में रहस्यमय बीमारी के कारण 17 लोगों की मौत के बाद जारी मेडिकल अलर्ट के मद्देनजर अधिकारियों ने डॉक्टरों और चिकित्सा सहायकों की सभी छुट्टियां रद्द कर दी हैं। इसके साथ ही Quarantine में भेजे गए लोगों की संख्या बढ़कर 230 हो गई है। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि लखनऊ स्थित Toxicology Laboratory द्वारा की गई प्रारंभिक जांच से यह निष्कर्ष निकला है कि इसका कारण कोई संक्रमण, वायरस या बैक्टीरिया नहीं बल्कि जहर है।
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राजौरी सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) अस्पताल के प्रिंसिपल Dr. Amarjit Singh Bhatia ने राजौरी में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि डॉक्टरों और चिकित्सा सहायकों की सभी छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। उन्होंने बताया कि पिछले डेढ़ महीने में तीन परिवारों के 17 लोगों की रहस्यमयी मौतों के बाद उत्पन्न चिकित्सा अलर्ट की स्थिति से निपटने के लिए शीतकालीन अवकाश भी रद्द कर दिया गया है।
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अधिकारियों ने बताया कि एहतियात के तौर पर मृतक के करीबी रिश्तेदारों समेत अन्य लोगों को राजौरी के नर्सिंग कॉलेज Quarantine Center में तबदील कर दिया गया है, जिससे Quarantine में रखे गए लोगों की संख्या 230 हो गई है। एक केंद्रीय टीम ने भी शुक्रवार को मौतों के कारणों की जांच की। मृतक के नमूनों में कुछ 'न्यूरोटॉक्सिन' पाए जाने के बाद, पुलिस द्वारा गठित एक विशेष जांच दल ने आपराधिक कोण से जांच की। अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने इस मामले में 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की है।
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