Edited By Sunita sarangal, Updated: 17 Mar, 2025 02:01 PM

शनिवार शाम पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के झेलम इलाके में अज्ञात बंदूकधारियों ने जिया-उर-रहमान उर्फ नदीम उर्फ अबू कताल उर्फ कताल सिंधी की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
जम्मू डेस्क : शनिवार शाम पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के झेलम इलाके में अज्ञात बंदूकधारियों ने जिया-उर-रहमान उर्फ नदीम उर्फ अबू कताल उर्फ कताल सिंधी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। कताल लश्कर-ए-तैयबा का एक शीर्ष कमांडर था। साथ ही वह हाफिज सईद का भतीजा था और उसके सबसे भरोसेमंद लोगों में शामिल था।
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कताल ने वर्ष 2000 की शुरुआत में जम्मू क्षेत्र में घुसपैठ की थी और 2005 में वापस पाकिस्तान चला गया था। उसके पास पुंछ और राजौरी में आतंकवादियों के सहयोगियों का मजबूत नेटवर्क था। NIA की जांच में कई आतंकवादी वारदातों में अबू कताल की मौजूदगी की बात सामने आई थी। उसके पास लश्कर के नए आतंकियों को ट्रेनिंग देने की जिम्मेदारी थी।
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अब कताल की मौत के बाद लश्कर-ए-तैयबा को बहुत बड़ा झटका लगा है। उसका जम्मू-कश्मीर के पुंछ-राजौरी में जो नेटवर्क था उस पर भी रहमान की मौत का बुरा असर पड़ा है। उम्मीद जताई जा रही है कि अबू कताल की मौत के बाद जम्मू-कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों की घुसपैठ और हमलों में कमी आएगी। साथ ही नए आतंकियों की ट्रेनिंग पर भी बहुत असर पड़ेगा जिससे कुछ समय तक आतंकी हमलों पर रोक लगेगी।
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