Edited By Neetu Bala, Updated: 24 Aug, 2024 02:15 PM
जिला राजौरी के कई गांवों में गांव की रक्षा के लिए गठित दर्जनों नागरिक समूहों को एस.एल.आर (सेल्फ-लोडिंग राइफल) दिए गए।
राजौरी ( शिवम बक्शी ) : केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकवादी हमलों के बाद, बचाव के लिए गांवों में नागरिक रक्षकों को अर्ध-स्वचालित राइफलों से लैस करने के लिए बड़े पैमाने पर अभ्यास शुरू किया है। जिला राजौरी के कई गांवों में गांव की रक्षा के लिए गठित दर्जनों नागरिक समूहों को एस.एल.आर (सेल्फ-लोडिंग राइफल) दिए गए। नई राइफलों ने 303 बंदूकों की जगह ले ली है।
सेवानिवृत्त सेना और अर्धसैनिक बलों के जवानों को भी नागरिक रक्षा समूहों में शामिल किया जा रहा है।
गांव की रक्षा के लिए गठित दर्जनों नागरिक समूहों को तेरयाथ गांव में एस.एल.आर (सेल्फ-लोडिंग राइफल) दिए गए। नई राइफलों ने ग्राम रक्षा समूहों को आवंटित 303 बंदूकों की जगह ले ली है और अब वह आतंकियों से लोहा लेने के लिए सक्षम हैं ।
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पूर्व सरपंच विनोद बाजल ने कहा कि नए हथियार ने उन्हें गांव पर हमला करने की कोशिश करने वाले आतंकवादियों से निपटने के लिए पर्याप्त आत्मविश्वास दिया है। मैं अपने गांव की रक्षा करना चाहता हूं, उन्होंने गृह मंत्री और एसएसपी राजौरी को सेल्फ लोडिंग राइफलें उपलब्ध कराने के लिए धन्यवाद भी दिया।
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