Jammu: फूलों की खेती बन रही है किसानों की पसंद, हो रही अच्छी पैदावार
Edited By Neetu Bala, Updated: 02 Jun, 2024 06:02 PM
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सीमावर्ती क्षेत्र में फूल सैंकड़ों किसानों और दुकानदारों की आमदनी का जरिया बन चुके हैं।
आर.एस. पुरा (मुकेश) : सीमावर्ती क्षेत्र में फूल सैंकड़ों किसानों और दुकानदारों की आमदनी का जरिया बन चुके हैं। यहां गुलाब, गेंदा और लिली जैसे फूलों की खेती बहुतायत में होती है। मंदिरों कें शहर में इन फूलों की खासी डिमांड है। आर.एस. पुरा के सीमांत गांव कोरोटाना कलोएं कंग आदि के गांव से जुड़े दर्जनों किसानों ने पारंपरिक अनाज की खेती छोड़कर फूलों की खेती अपनाना शुरू कर दिया है। परिवार को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए किसानों ने अब फूलों की खेती की ओर रुख कर लिया है।
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मंदिरों में पूजा के अलावा शादी पार्टी एवं अन्य फंक्शंस में फूलों का डेकोरेशन अब आम हो गया है। किसानों का कहना है गेंदा आमतौर पर सर्दियों में होता है, लेकिन 45 डिग्री में मेरीगोल्ड फूल पैदा करना एक चैलेंज से कम नहीं है। गर्मी में दिन में बार-बार खेतों में पानी लगाना पड़ता है। नई सरकार के गठन में आर.एस. पुरा क्षेत्र से भी फूल की डिमांड मांगी जाती है। फ्लावर एसोसिएशन के अध्यक्ष सरदार तजेन्द्र सिंह ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के किसान काफी मेहनती हैं। सरकार की तरफ से किसानों को अच्छी किस्म का बीज दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में किसान फूलों की खेती से बेहतर मुनाफा कमा रहे हैं।