Edited By Neetu Bala, Updated: 08 May, 2025 04:28 PM

यह प्रणाली खासतौर पर हवाई खतरों से बचाव के लिए डिजाइन की गई है और इसे बड़ी दूरी तक उड़ने वाले विमानों, मिसाइलों और ड्रोन को नष्ट करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
जम्मू डेस्क : S-400 SAM (Surface-to-Air Missile) एक अत्यधिक शक्तिशाली और प्रभावशाली मिसाइल रक्षा प्रणाली है। यह प्रणाली खासतौर पर हवाई खतरों से बचाव के लिए डिजाइन की गई है और इसे बड़ी दूरी तक उड़ने वाले विमानों, मिसाइलों और ड्रोन को नष्ट करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
07-08 मई की रात को पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल करते हुए अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भटिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज जैसे उत्तरी और पश्चिमी भारत के कई सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि भारतीय सेना ने इस पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए S-400 का पहली बार इस्तेमाल किया है और हमलों की कोशिश को नाकाम कर दिया।
ये भी पढ़ेंः Breaking: Srinagar सहित भारत के कई शहरों पर हमले की कोशिश नाकाम, भारतीय सेना ने S-400 का किया इस्तेमाल
S-400 के खास Features:
16 वाहन (व्हीकल) होते हैं एक स्क्वाड्रन में - हर S-400 स्क्वाड्रन में 16 वाहन होते हैं, जिनमें लॉन्चर, रडार, कंट्रोल सेंटर्स और सहायक वाहन शामिल होते हैं। इन वाहनों की मदद से यह प्रणाली हवाई हमलों से बचाव करती है।
रडार की क्षमता - S-400 सिस्टम का रडार 600 किलोमीटर दूर तक हवाई खतरों को ट्रैक करने में सक्षम है। इसका मतलब है कि यह प्रणाली बहुत दूर से ही दुश्मन के विमानों और मिसाइलों का पता लगा सकती है।
चार प्रकार की मिसाइलें - S-400 चार अलग-अलग प्रकार की मिसाइलों का उपयोग करता है। ये मिसाइलें 400 किलोमीटर तक के लक्ष्य को भेदने की क्षमता रखती हैं। इससे यह प्रणाली न केवल निकटवर्ती बल्कि दूरदराज के हवाई खतरों से भी बचाव कर सकती है।
लक्ष्य पर सटीक हमला - S-400 प्रणाली की प्रमुख विशेषता इसकी सटीकता है। यह दुश्मन के विमानों और मिसाइलों को उनके उड़ान मार्ग पर ही नष्ट करने में सक्षम है, जिससे यह एक मजबूत सुरक्षा कवच बनती है।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here