Edited By Neetu Bala, Updated: 18 Jun, 2025 05:39 PM

उमर ने कहा, ‘इससे देश के बाकी हिस्सों में गलत संदेश जा रहा है।
जम्मू/श्रीनगर : इस साल अमरनाथ यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर सेवा पर लगाया गया प्रतिबंध एक अप्रत्याशित निर्णय है जिसके चलते देश के बाकी हिस्सों में गलत संदेश जा सकता है। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गत देर रात पत्रकारों के साथ चर्चा के दौरान यह बात कही। सऊदी अरब से 178 हज यात्रियों के पहले जत्थे के कश्मीर घाटी वापिस लौटने के पर श्रीनगर हवाई अड्डे के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए उमर ने कहा, ‘श्रीअमरनाथ यात्रा अच्छी बात है। हम भी चाहते हैं कि यात्रा अच्छी हो, परंतु अजीब बात यह है कि इस बार हेलीकॉप्टर सेवा की अनुमति नहीं दी जा रही है।’
उन्होंने कहा कि कई सालों में ऐसा पहली बार हुआ है जब इस तरह का प्रतिबंध लगाया गया है। उमर ने कहा, ‘इससे देश के बाकी हिस्सों में गलत संदेश जा रहा है। मेरे पास कोई खुफिया जानकारी नहीं है जिसके आधार पर यह फैसला लिया गया, लेकिन इतने सालों में यह पहली बार है कि हेलीकॉप्टर सेवा की अनुमति नहीं दी जा रही है।’ हज यात्रियों की सुरक्षित वापसी को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैं अल्लाह का शुक्रगुजार हूं कि हज यात्रियों का पहला जत्था सुरक्षित घर लौट आया है। मुझे और मेरे साथियों को उनकी वापसी पर उन्हें शुभकामनाएं देने का अवसर मिला। उन्होंने कहा, ‘मैं उन सभी हज यात्रियों का आभारी हूं जिन्होंने जम्मू-कश्मीर, इस देश और हम सभी के लिए दुआ की। अल्लाह उनकी दुआएं स्वीकार करें।’
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वहीं ईरान में फंसे भारतीय छात्रों की स्थिति के बारे में बात करते हुए उमर ने कहा कि वे विदेश मंत्रालय के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा, ‘मैंने विदेश मंत्री जय शंकर से भी बात की जिन्होंने मुझे आश्वासन दिया कि हमारे छात्रों को सबसे खतरनाक क्षेत्रों, खासकर तेहरान और इस्फहान से बाहर निकाला जाएगा।’मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हमारी पहली प्राथमिकता उन्हें सुरक्षित क्षेत्रों में ले जाना है। अब सभी हवाई अड्डों और बंदरगाहों के बंद होने के चलते छात्रों को आर्मेनिया ले जाया जा रहा है जहां से हम उन्हें सुरक्षित घर वापस लाएंगे।’
कश्मीर में पर्यटन के बारे में बात करते हुए उमर ने कहा कि इस क्षेत्र को पुनर्जीवित करने के प्रयास किए जा रहे हैं, परंतु कुछ फैसलों का नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। उन्होंने कहा, ‘हम लंबे समय से कश्मीर में पर्यटन को पुनर्जीवित करने के प्रयास कर रहे हैं लेकिन हम स्वयं अपने हाथों से कश्मीर का आधा हिस्सा बंद कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि बंद किए गए पर्यटन स्थलों को फिर से खोला जा रहा है तथा उम्मीद की जानी चाहिए कि पर्यटक फिर से आना शुरू कर देंगे।
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