Edited By Neetu Bala, Updated: 04 Jun, 2025 03:11 PM

50 बच्चे एक किराए के मकान में शिक्षा प्राप्त करने को मजबूर हैं,
राजौरी ( शिवम बक्शी ) : जिला राजौरी की तहसील कोटरंका के तरन गांव में स्थित एकमात्र सरकारी प्राथमिक विद्यालय बीते 15 वर्षों से बंद पड़ा है। सामाजिक कार्यकर्ता फारूक इंकलाबी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, स्कूल की मूल इमारत पर बीते 12 से 15 वर्षों से जमीन दानदाता ने ताला लगा रखा है, जिसके चलते वह अब एक कबाड़खाने में तबदील हो रही है। स्कूल के बंद होने के कारण गांव के लगभग 50 बच्चे एक किराए के मकान में शिक्षा प्राप्त करने को मजबूर हैं, जिससे उनके शैक्षणिक विकास पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है।
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इस गंभीर स्थिति को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता फारूक इंकलाबी ने शिक्षा विभाग की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि विभाग की निष्क्रियता और उदासीन रवैये के कारण गरीब ग्रामीण बच्चों का भविष्य खतरे में है। उन्होंने जिला प्रशासन से अपील की कि इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप कर बच्चों को एक सुरक्षित और उपयुक्त शैक्षणिक वातावरण उपलब्ध कराया जाए।
जब इस पूरे मामले में मुख्य शिक्षा अधिकारी राजौरी मोहम्मद इकबाल से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस विषय की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने बताया कि वह जोनल एजुकेशन ऑफिसर कोटरंका से इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट मंगवाएंगे और फिर ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जाएगा।
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