Edited By Neetu Bala, Updated: 11 Jan, 2025 07:29 PM
। रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) ने 8 और 9 जनवरी को परियोजना का सफल निरीक्षण किया है और अब सीआरएस की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जिसके बाद ट्रेन सेवाएं शुरू की जाएंगी।
जम्मू-कश्मीर डेस्क: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जम्मू और कश्मीर घाटी को जोड़ने वाली लंबे समय से प्रतीक्षित ट्रेन सेवा के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी सांझा की है। उन्होंने कहा कि यह परियोजना, उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (USBRL) का हिस्सा है, जो जम्मू और कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने के लिए एक प्रमुख कदम है। रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) ने 8 और 9 जनवरी को परियोजना का सफल निरीक्षण किया है और अब सीआरएस की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जिसके बाद ट्रेन सेवाएं शुरू की जाएंगी।
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इस रेलवे लाइन की कुल लंबाई 111 किलोमीटर है, जिसमें 97 किलोमीटर सुरंगों और 6 किलोमीटर पुलों का निर्माण किया गया है। इस परियोजना में इंजीनियरिंग की अत्यधिक जटिलता है, और यह विभिन्न भौगोलिक और जलवायु चुनौतियों को पार करते हुए साकार हुई है। विशेष रूप से, कश्मीर घाटी की चुनौतीपूर्ण जलवायु में काम करने के लिए वंदे भारत ट्रेनों को अनुकूलित किया गया है। इन ट्रेनों को -10 से -20 डिग्री सेल्सियस तक गिरने वाले तापमान में भी निर्बाध रूप से काम करने के लिए डिजाइन किया गया है।
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इसके अतिरिक्त, USBRL परियोजना का कटरा-बनिहाल खंड विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जिसमें दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल चिनाब ब्रिज और कई उन्नत सुरंगों सहित अत्याधुनिक सुरक्षा सुविधाएं शामिल हैं। इस ट्रेन सेवा के शुरू होने से क्षेत्र में यात्री परिवहन में सुगमता आएगी और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। यह परियोजना भारतीय रेलवे के बुनियादी ढांचे में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और भारत की कनेक्टिविटी को बढ़ाएगी।
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