Edited By Neetu Bala, Updated: 21 Dec, 2025 03:52 PM

चिल्ला-ए-कलां की शुरुआत के साथ ही ताजी बारिश हुई, जिससे लंबे समय से सूखे, कोहरे और धुंध वाले हालात से राहत मिली,
श्रीनगर ( मीर आफताब ) : कश्मीर में 40 दिन का कड़ाके की सर्दी का समय, जिसे चिल्ला-ए-कलां के नाम से जाना जाता है, शनिवार और रविवार की दरमियानी रात को शुरू हो चुका है, जिसके साथ ही पूरी घाटी में मौसम के हालात में काफी बदलाव आया। चिल्ला-ए-कलां की शुरुआत के साथ ही ताजी बारिश हुई, जिससे लंबे समय से सूखे, कोहरे और धुंध वाले हालात से राहत मिली, जिसकी वजह से हाल के दिनों में हवा की क्वालिटी खराब हो गई थी।
जहां कश्मीर के ऊंचे इलाकों में ताज़ी बर्फ़बारी हुई, वहीं मैदानी इलाकों में रुक-रुक कर बारिश हुई, जिससे विजिबिलिटी और हवा की हालत में सुधार हुआ। मौसम अधिकारियों ने कहा कि बारिश ने पॉल्यूटेंट को फैलाने में मदद की है, जिससे पूरी हवा की क्वालिटी में सुधार हुआ है, खासकर शहरी इलाकों में जो घने कोहरे और स्मॉग से जूझ रहे थे।
बारिश व बर्फबारी की सम्भावना
इस बीच, मौसम वैज्ञानिकों ने अगले 48 घंटों में और बारिश और बर्फबारी का अनुमान लगाया है, खासकर ऊंचाई वाले इलाकों में, और पूरे इलाके में ठंड बनी रहने की उम्मीद है।
लोगों को अधिकारियों की सलाह
अधिकारियों ने लोगों को सावधान रहने की सलाह दी है, खासकर बर्फीले इलाकों में जाते समय, क्योंकि चिल्ला-ए-कलां बहुत ज़्यादा ठंड, बर्फीली रातों और भारी बर्फबारी के लिए जाना जाता है। कश्मीर की सर्दियों का सबसे ठंडा समय चिल्ला-ए-कलां 40 दिनों तक रहेगा, जिसके बाद चिल्ला-ए-खुर्द और चिल्ला-ए-बच्चा के हल्के समय आएंगे।
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