Edited By Sunita sarangal, Updated: 11 Apr, 2024 09:40 AM

कश्मीर घाटी में गत कुछ समय से वन्यजीवों द्वारा आम लोगों पर हमले किए जाने की घटनाओं में वृद्धि दर्ज की जा रही है।
जम्मू/श्रीनगर: उत्तरी कश्मीर के जिला बारामूला में गत देर रात जंगली रीछ के हमले में एक व्यक्ति घायल हो गया।
जानकारी के अनुसार बारामूला जिले के बारनेट क्षेत्र के निवासी मोहम्मद यूसुफ पर एक जंगली रीछ ने उस वक्त हमला कर दिया जब वह निकटवर्ती वन क्षेत्र से गुजर रहा था। हमले में घायल यूसुफ को उसके परिजनों द्वारा इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल ले जाया गया जहां मौजूद डॉक्टरों ने प्राथमिक जांच के उपरांत उसे बारामूला के राजकीय मैडीकल कॉलेज (जी.एम.सी.) रैफर कर दिया।
जंगली क्षेत्रों में मानवीय घुसपैठ है मुख्य कारण
कश्मीर घाटी में गत कुछ समय से वन्यजीवों द्वारा आम लोगों पर हमले किए जाने की घटनाओं में वृद्धि दर्ज की जा रही है। जानकारों के अनुसार इसका मुख्य कारण लगातार जंगलों के कटाव के उपरांत वहां का शहरीकरण कर मानव बस्तियों का बसना है। वन्यजीव विशेषज्ञों एवं पर्यावरणविदों का कहना है कि जंगलों के निकट बसे किसी रिहायशी क्षेत्र में वन्यजीवों द्वारा किए जाने वाले इस प्रकार के हमलों के पीछे का मुख्य कारण असल में मनुष्यों द्वारा वन्यजीवों के क्षेत्रों में लगातार की जा रही घुसपैठ है।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में वन्यजीव संरक्षण विभाग द्वारा लोगों को इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए कुछ एहतियाती दिशा-निर्देश जारी किए थे। इन दिशा निर्देशों में सुबह तड़के एवं देर सायं अलग-थलग और निर्जन स्थानों पर अकेले न जाने के अलावा जंगलों के आसपास रहने वाले लोगों को अपने घरों के आसपास पर्याप्त रोशनी का प्रबंध करने को कहा गया था। इसके अलावा वन्यजीव अधिकारियों ने लोगों को अपने घरों के आसपास कूड़ा-कचरा एकत्र न होने देने के प्रति जागरूक किया था क्योंकि ऐसे स्थानों पर आवारा कुत्ते एकत्र होकर तेंदुओं को अपनी तरफ आकर्षित कर सकते हैं।
ग्रामीणों को नियमित रूप से अपने घरों के आसपास से सभी झाड़ियों को हटाने के लिए कहा गया था जो वन्यजीवों को वहां छुपकर घात लगाने के लिए स्थान प्रदान कर सकतीं हैं। इसके अलावा विभागीय अधिकारियों ने इंसानी रिहायशी क्षेत्रों में जंगली जानवरों के देखे जाने पर लोगों को स्वयं उन्हें भगाने अथवा पकड़ने के प्रयास करने की बजाए इस संबंध में तुरंत वन्यजीव विभाग को सूचित करने को कहा गया था।