Rajouri में सुधर रहे हालात, एक हफ्ते से कोई नया केस नहीं

Edited By Sunita sarangal, Updated: 30 Jan, 2025 11:59 AM

rajouri mysterious deaths update

प्रशासन ने राहत शिविरों में किचन को सी.सी.टी.वी. निगरानी में रखा है और भोजन के सैंपल जांच के लिए एन.एफ.एल. गाजियाबाद एवं पटोली फूड टैस्टिंग लैब जम्मू भेजे जा रहे हैं।

राजौरी(शिवम बक्शी) : स्वास्थ्य संकट से जूझ रहे जिला राजौरी के गांव बधाल में हालात नियंत्रण में आते दिख रहे हैं। 24 जनवरी के बाद कोई नया मामला सामने नहीं आया है, जिससे राहत के संकेत मिल रहे हैं। जिला विकास अयुक्त अभिषेक शर्मा के नेतृत्व में प्रशासन हालात पर पैनी नजर बनाए हुए है और प्रभावित परिवारों की सुरक्षा के लिए सख्त रोकथाम उपाय जारी हैं।

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स्वास्थ्य संकट को देखते हुए प्रशासन ने 87 परिवारों (364 लोग) को बधाल गांव से राजौरी स्थानांतरित किया है। इन परिवारों को नर्सिंग कॉलेज, सरकारी स्कूल और जी.एम.सी. अस्पताल में अस्थायी रूप से ठहराया गया है, जहां उन्हें भोजन, पानी, दवाएं, कपड़े एवं अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। उनकी निगरानी के लिए 3 डॉक्टरों और 6 स्वास्थ्य कर्मियों की टीम चौबीसों घंटे तैनात है। जबकि गंभीर स्थिति के लिए क्रिटिकल केयर एंबुलैंस भी स्टैंडबाय पर रखी गई है।

राहत शिविरों में सी.सी.टी.वी. निगरानी में है किचन

प्रशासन ने राहत शिविरों में किचन को सी.सी.टी.वी. निगरानी में रखा है और भोजन के सैंपल जांच के लिए एन.एफ.एल. गाजियाबाद एवं पटोली फूड टैस्टिंग लैब जम्मू भेजे जा रहे हैं। 6 साल से कम उम्र के बच्चों की देखभाल के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सी.डी.पी.ओ. अधिकारी तैनात किए गए हैं। वहीं स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए अस्थायी शिक्षण व्यवस्था की गई है।

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आत्मनिर्भर बनाने के लिए लोगों को दिया जा रहा है प्रशिक्षण

प्रभावित परिवारों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशासन ने आई.टी.आई. प्रशिक्षकों और कारीगर शिक्षकों को प्रशिक्षण देने के लिए नियुक्त किया है। सिलाई मशीनें भी वितरित की गई हैं, ताकि लोग अपने पैरों पर खड़े हो सकें। कृषि, बागवानी और श्रम विभाग के अधिकारी ग्रामीणों को पी.एम.ई.जी.पी., दक्ष किसान, ई-श्रम, पी.एम.जे.जे.बी.वाई. और पी.एम.एस.बी.वाई. जैसी सरकारी योजनाओं की जानकारी दे रहे हैं।

गांव में सख्त निगरानी और स्वास्थ्य जांच जारी

बधाल गांव के 808 परिवारों (3,700 लोग) की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इसे 14 क्लस्टरों में विभाजित किया गया है, जिनकी 182 अधिकारियों की बहु-विशेषज्ञ टीम लगातार निगरानी कर रही है। गांव में सभी दुकानों और प्रतिष्ठानों को सील कर दिया गया है और राशन प्रशासन की सख्त निगरानी में वितरित किया जा रहा है।

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167 सैंपल जांच के लिए जी.एम.सी. राजौरी भेजे

प्रशासन ने 167 सैंपल (रक्त, मूत्र और नाक का स्वाब) जांच के लिए जी.एम.सी. राजौरी भेजे हैं। वहीं, प्रभावित परिवारों के 424 घरेलू जानवरों और 168 मुर्गियों के लिए भी चारा-पानी की व्यवस्था की गई है। स्थिति पर कड़ी निगरानी रखने के लिए अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त डॉक्टर राजकुमार थापा के नेतृत्व में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, जो जनता को जानकारी देने, अफवाहों को रोकने और राहत कार्यों में समन्वय का कार्य कर रहा है। प्रशासन का कहना है कि स्थिति पर पूरी तरह नियंत्रण रखा जा रहा है और प्रभावित परिवारों की हर संभव मदद सुनिश्चित की जा रही है।

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