Edited By Neetu Bala, Updated: 23 Mar, 2025 02:13 PM

इसके लिए स्कूल, कॉलेज में जागरूकता कार्यक्रम सहित नुक्कड़ नाटक के जरिए भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
जम्मू : नगर निगम मंदिरों के शहर जम्मू को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। इसके साथ ही निगम स्वच्छता सर्वेक्षण में बेहतर रैंक पाने हेतु भी लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ शहर में बेहतर सफाई व्यवस्था उपलब्ध करवाने के लिए कार्य कर रहा है। इसके लिए निगम द्वारा अभियान चलाने के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों के जायजे लिए जा रहे हैं और छापेमारी भी की जा रही है।
शहर को कचरा मुक्त बनाने के लिए निगम सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट पर अधिक बल दे रहा है। इसके लिए स्कूल, कॉलेज में जागरूकता कार्यक्रम सहित नुक्कड़ नाटक के जरिए भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है। वहीं अब सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट के नियमों का उल्लंघन करने वाले रैस्टोरैंट, होटल सहित मैरिज हॉल पर भी निगम की गाज गिर सकती है।
निगम द्वारा ऐसे कई रैस्टोरैंट, मैरिज हॉल और होटल की पहचान की गई है जो सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। बीते दिनों निगम द्वारा इन नियमों का उल्लंघन करने वाले दो मैरिज हॉल को भी सील किया गया था और आने वाले दिनों में भी निगम द्वारा ऐसे कई रैस्टोरैंट, होटल और मैरिज हॉल को सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट के नियमों का उल्लंघन करने के लिए सील किया जा सकता है।
क्या है बल्क वेस्ट जैनरेटर
सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट के नियमों का उल्लंघन करने वाले उन रैस्टोरैंट, होटल और मैरिज हॉल को सील किया जा सकता है जो ‘बल्क वेस्ट जैनरेटर’ में आते हो। सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट एक्ट, 2016 के अनुसार ‘बल्क वेस्ट जैनरेटर’ वह है जिसकी औसत अपशिष्ट उत्पादन दर प्रतिदिन 100 किलोग्राम से अधिक है। इसमें हाऊसिंग सोसाइटी, स्कूल, कॉलेज, मैरिज हॉल, होटल, रैस्टोरैंट आदि शामिल हैं। वहीं अन्य छोटे रैस्टोरैंट, होटल और ढाबों पर निगम द्वारा सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट के नियमों का उल्लंघन करने और गंदगी फैलाने के लिए कार्रवाई करते हुए भारी जुर्माना किया जा सकता है।
कैसे करें कचरे का प्रबंधन
निगम द्वारा बल्क वेस्ट जैनरेटर को अपने परिसर में ही कचरे का प्रबंधन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है ताकि पर्यावरण को सुरक्षित रखा जा सके। परिसर में उत्पन्न होने वाले बागवानी अपशिष्ट और बगीचे के कचरे को अलग-अलग संग्रहित करें। परिसर के भीतर खाद के गड्ढों में खाद बनाएं। बायोडिग्रेडेबल और गैर-बायोडिग्रेडेबल कचरे के लिए अलग-अलग कंटेनर रखें।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here