Edited By Neetu Bala, Updated: 21 Nov, 2024 01:17 PM
उन्होंने आरोप लगाया कि महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पार्टी ने जम्मू-कश्मीर में लोगों के विकास और प्रगति में योगदान देने के बारे में सोचा।
श्रीनगर ( मीर आफताब ) : मुख्यमंत्री के सलाहकार और नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता नासिर असलम वानी ने बुधवार को दावा किया कि अगर पीडीपी ने 2014 में तत्कालीन राज्य में सरकार बनाने के लिए भाजपा से हाथ नहीं मिलाया होता तो अनुच्छेद 370 और 35ए नहीं हटाया जाता। उन्होंने आरोप लगाया कि महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पार्टी ने जम्मू-कश्मीर में लोगों के विकास और प्रगति में योगदान देने के बारे में सोचा।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के सलाहकार वानी ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा कि लोगों को कैसे लाभ होगा और वे कैसे प्रगति करेंगे। वे लोगों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टी को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए।
वानी ने संवाददाताओं से कहा, "अगर उन्होंने (पीडीपी) 2014 में भाजपा का समर्थन नहीं किया होता, तो हम अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35ए नहीं खोते। हमें पिछले 10 वर्षों में हुई तबाही भी नहीं देखनी पड़ती।" यह बात पीडीपी द्वारा इस आरोप पर पूछे गए सवाल के जवाब में कही गई थी कि नेशनल कॉन्फ्रेंस इस महीने की शुरुआत में विधानसभा में पारित प्रस्ताव को लेकर गंभीर नहीं है।
उन्होंने 2008 और 2016 के बीच घाटी में गर्मियों में हुई अशांति का जिक्र करते हुए कहा, "हम वही करेंगे जो हमने अपने घोषणापत्र में वादा किया है। वे (पीडीपी) राजनीतिक अराजकता में लिप्त हैं। उन्होंने हमेशा अराजकता का समर्थन किया है, चाहे वह 2008 हो या 2010। फिर 2016 में यह उन्हें परेशान करने लगा।"
वानी ने कहा कि पीडीपी ने कभी भी लोगों के विकास और प्रगति में योगदान देने के बारे में नहीं सोचा और विपक्षी पार्टी को आत्मनिरीक्षण करने की सलाह दी।
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