Edited By Neetu Bala, Updated: 07 Jun, 2024 06:53 PM
![omar abdullah shared an article about engineer rashid s victory](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_6image_18_52_568901839fsfdf-ll.jpg)
अब्दुल्ला ने कहा, “मैंने यहां जो लेख सांझा किया है, उसमें मेरे विचार नहीं हैं, बल्कि एक दृष्टिकोण हैं।
श्रीनगर : नैशनल कांफ्रैंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने बृहस्पतिवार को सोशल मीडिया पर एक समाचार लेख सांझा किया, जिसे लेकर विवाद खड़ा हो गया है। इस लेख में कहा गया है कि बारामूला लोकसभा सीट से इंजीनियर राशिद की जीत से “अलगाववादियों” को बढ़ावा मिलेगा। विवाद उस समय खड़ा हुआ जब निजी समाचार एजैंसी ने ‘एक्स' पर लेख का कुछ हिस्सा लिया और उसके साथ लिखा कि उमर अब्दुल्ला ने ऐसा कहा है। इसके बाद पी.डी.पी. के वहीद पर्रा समेत जम्मू - कश्मीर के मुख्यधारा के नेताओं ने इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया दी। अब्दुल्ला को इंजीनियर राशिद के नाम से लोकप्रिय शेख अब्दुल राशिद के सामने 2 लाख से अधिक वोट से हार का सामना करना पड़ा है।
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समाचार लेख सांझा करने के लिए अब्दुल्ला पर कटाक्ष करते हुए पी.डी.पी. की युवा शाखा के अध्यक्ष पर्रा ने लिखा, “उमर अब्दुल्ला के प्रतिगामी रुख से बेहद निराशा हुई, जो 1987 की विभाजनकारी राजनीति को प्रतिध्वनित करता है। उन्होंने लोकतांत्रिक अभिव्यक्ति को ‘इस्लामी लहर करार दिया है।” उन्होंने कहा, “महबूबा मुफ्ती की तरह इंजीनियर राशिद की रिहाई की गुहार लगाना जनादेश की स्वीकृति होती।”
अब्दुल्ला ने इस पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह स्वयं न केवल इंजीनियर राशिद बल्कि जेलों में बंद हजारों अन्य लोगों की भी रिहाई के पक्षधर रहे हैं। उन्होंने कहा, “वहीद, मैं आमतौर पर यहां किसी भी तरह की बातचीत में शामिल नहीं होता, लेकिन इस बार मैं एक अपवाद कायम कर रहा हूं। मैंने अपने पूरे प्रचार अभियान में इंजीनियर की रिहाई के बारे में बात की और उनके प्रचार अभियान के विपरीत मैंने 2019 से हिरासत में लिए गए हजारों लोगों को रिहा करने की आवाज उठाई।”
अब्दुल्ला ने कहा, “मैंने यहां जो लेख सांझा किया है, उसमें मेरे विचार नहीं हैं, बल्कि एक दृष्टिकोण हैं। मैं कुछ हिस्सों से सहमत हो सकता हूं, कुछ हिस्सों से असहमत हो सकता हूं, लेकिन वह एक राय है। जहां तक राशिद की रिहाई का सवाल है, यह अदालत का मामला है, सभी मामलों में ऐसा ही होता है।”