Edited By Sunita sarangal, Updated: 01 Apr, 2025 05:47 PM
केंद्रीय मंत्री ने पी.एम. विश्वकर्मा और मुद्रा योजना जैसी विभिन्न सरकारी योजनाओं पर प्रकाश डाला।
जम्मू डेस्क : जम्मू-कश्मीर के लोगों को जल्द ही राहत मिलने जा रही है। उधमपुर में सरकार जल्द ही लाखों खर्च कर एक डबल लेन पुल तैयार करने जा रही है। इस पुल के बनन से यात्री जल्द ही अपना सफर पूरा कर मंजिल पर पहुंच जाएंगे।
जानकारी के अनुसार केंद्रीय विज्ञान और टेक्नोलॉजी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विभाग, कार्मिक, लोक शिकायत और पैंशन राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने जम्मू-कश्मीर के उप-मुख्यमंत्री सुरेंद्र चौधरी के साथ उधमपुर जिले में गंभीर नाले पर मजालता लिंक रोड पर 135 मीटर लंबे डबल लेन मोटर योग्य पुल के निर्माण की आधारशिला रखी। 1903.46 लाख रुपए की अनुमानित लागत से बनने वाली इस परियोजना का उद्देश्य क्षेत्रीय सम्पर्क को बढ़ाना है।
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डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि यह पुल क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण सेतु (लिंक) के रूप में काम करेगा। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को इसे समय पर पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि नए पुल से यात्रा की दूरी 1.5 किलोमीटर कम हो जाएगी।
केंद्रीय मंत्री ने पी.एम. विश्वकर्मा और मुद्रा योजना जैसी विभिन्न सरकारी योजनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने मानतलाई में एक विश्व स्तरीय कला केंद्र और एक हैलीपैड के विकास का उल्लेख किया। केंद्रीय मंत्री ने मोदी सरकार के तहत पिछले 5 वर्षों में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा में दर्ज की गई प्रमुख उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला। इनमें उधमपुर, कठुआ और डोडा में 3 मैडिकल कॉलेजों को मंजूरी देना, कठुआ में एक इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना, किश्तवाड़ में एक डिग्री कॉलेज और आयुर्वैदिक कॉलेज खोलना शामिल है।
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वहीं प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री सुरेंद्र चौधरी ने नाबार्ड फंडिंग के तहत पुल को मंजूरी देने के लिए केंद्र सरकार और खास तौर पर डॉ. जितेंद्र सिंह का आभार जताया। निर्माण में गुणवत्ता और समयबद्धता पर जोर देते हुए उन्होंने काम करने वाली एजैंसियों को उच्चतम निर्माण मानकों को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
बाद में डॉ. जितेंद्र सिंह ने राजकीय मॉडल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, मजालता में एक जन संपर्क शिविर आयोजित किया। यहां उन्होंने पूर्व पी.आर.आई. सदस्यों और स्थानीय निवासियों की शिकायतों को सुना। इनमें धार रोड को चैड़ा करना, राज्य का दर्जा बहाल करना, एक ट्रॉमा सैंटर की स्थापना, एक औद्योगिक एस्टेट की स्थापना, धार रोड को चार लेन राजमार्ग के रूप में बनाना, पी.एम. श्री योजना में राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को शामिल करना, क्षेत्र में नशीली दवाओं के दुरुपयोग से निपटना शामिल था। इन मांगों पर केंद्रीय मंत्री ने शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया तथा दूरदराज के क्षेत्रों में विकास संबंधी अंतराल को पाटने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
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उधमपुर पूर्व के विधायक रणबीर सिंह पठानिया ने भी सभा को संबोधित किया और कई विकास संबंधी मांगें रखीं। इनमें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उन्नयन, मजालता में एक दुर्घटना अस्पताल की स्थापना, लिफ्ट सिंचाई प्रणाली का कार्यान्वयन, बनी-बसोहली-ऊधमपुर सड़क को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करना और एक केंद्रीय विद्यालय की स्थापना आदि शामिल हैं।
इस कार्यक्रम में डी.डी.सी. अध्यक्ष उधमपुर लालचंद, विधायक रामनगर सुनील भारद्वाज, मुख्य अभियंता पी.डब्ल्यू.डी., वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त उपायुक्त, डी.डी.सी. सदस्य मजालता, पी.ओ. पोषण, सहायक आयुक्त राजस्व, सहायक आयुक्त विकास और अन्य अधिकारी, पूर्व पी.आर.आई. सदस्य, विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि और क्षेत्र के आम लोग उपस्थित थे।
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