Edited By Sunita sarangal, Updated: 14 Jan, 2025 12:27 PM
हंदवाड़ा के एक स्थानीय निवासी, जो दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करते हैं, ने अपनी परेशानी साझा की।
हंदवाड़ा(मीर आफताब): एसोसिएटेड अस्पताल जी.एम.सी. हंदवाड़ा में डायलिसिस सेंटर न होने से किडनी की बीमारी से पीड़ित मरीजों को काफी परेशानी हो रही है। इससे उन्हें लाइफ सेविंग ट्रीटमेंट के लिए दूसरे जिलों में जाना पड़ रहा है। मरीजों और उनके परिवारों ने सरकार से अपील की है कि अस्पताल में जल्द से जल्द डायलिसिस की सुविधा स्थापित की जाए ताकि उनकी परेशानी कम हो सके।
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पहले से ही उच्च चिकित्सा खर्चे के बोझ तले दबे कई मरीजों का कहना है कि डायलिसिस के लिए लंबी दूरी की यात्रा करने में ज्यादा खर्चा और शारीरिक तनाव उन्हें परेशान कर रहा है। उपचार के लिए श्रीनगर, बारामूला या सोपोर की बार-बार यात्रा करना कई लोगों के लिए आर्थिक और शारीरिक चुनौती बन गया है, खासकर उन लोगों के लिए जिनके पास सीमित संसाधन हैं।
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हंदवाड़ा के एक स्थानीय निवासी, जो दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करते हैं, ने अपनी परेशानी साझा की। उन्होंने कहा कि उन्हें डायलिसिस के लिए हफ्ते में 2 बार बारामूला जाना पड़ता है। यह थका देने वाला है और वह अकसर सैशन मिस कर देते हैँ क्योंकि वह यात्रा का खर्च उठा नहीं सकते। उन्होंने कहा कि अगर हंदवाड़ा में डायलिसिस सेंटर होता तो इससे बोझ काफी हद तक कम हो जाता।
राजवार के एक अन्य मरीज ने क्षेत्र में डायलिसिस सुविधाओं की व्यापक आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हर गांव में कम से कम दो से तीन लोगों को नियमित डायलिसिस की आवश्यकता होती है। सरकार को उनकी पीड़ा को समाप्त करने के लिए यहां डायलिसिस केंद्र स्थापित करने को प्राथमिकता देनी चाहिए।
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जी.एम.सी. हंदवाड़ा के अधिकारियों ने इस मुद्दे को स्वीकार किया और पुष्टि की कि डायलिसिस केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव पहले ही प्रस्तुत किया जा चुका है। एसोसिएटेड अस्पताल जी.एम.सी. हंदवाड़ा के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. ऐजाज भट ने कहा कि जी.एम.सी. हंदवाड़ा के प्रिंसिपल ने तीन महीने पहले इस सुविधा की सिफारिश की थी और उन्हें उम्मीद है कि इसे आगामी बजट में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एक नए अस्पताल भवन का निर्माण चल रहा है, जिससे कुपवाड़ा जिले के निवासियों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होने की उम्मीद है।
डॉ. भट ने कहा कि उनका लक्ष्य एक महीने के भीतर बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है और डायलिसिस केंद्र हमारी दीर्घकालिक दृष्टि का हिस्सा है। इस बीच मरीज और उनके परिवार अधिकारियों से प्रक्रिया में तेजी लाने और यह सुनिश्चित करने का आग्रह कर रहे हैं कि डायलिसिस केंद्र जल्द से जल्द चालू हो जाए, ताकि हंदवाड़ा और आसपास के इलाकों के लोगों पर वित्तीय और शारीरिक दबाव कम हो सके।
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