Edited By Subhash Kapoor, Updated: 24 Apr, 2025 07:52 PM

22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत के बाद आज शाम श्रीनगर के एसकेआईसीसी में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की अध्यक्षता में एक सर्वदलीय बैठक हुई। इस बैठक में सभी पार्टियों ने मिलकर एक प्रस्ताव पारित किया जिसमें इस हमले...
श्रीनगर (मीर आफताब) : 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत के बाद आज शाम श्रीनगर के एसकेआईसीसी में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की अध्यक्षता में एक सर्वदलीय बैठक हुई। इस बैठक में सभी पार्टियों ने मिलकर एक प्रस्ताव पारित किया जिसमें इस हमले की कड़ी निंदा की गई।
बैठक में पारित प्रस्ताव में इस हमले को "बर्बर" और "कश्मीरियत व भारत की विचारधारा पर सीधा हमला" बताया गया। सभी नेताओं ने निर्दोष लोगों पर हुए इस हमले पर गहरा दुख और गुस्सा जताया। उन्होंने कहा कि इस तरह की हिंसा समाज में किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जा सकती और यह कश्मीर की एकता और भाईचारे की परंपरा पर हमला है।
नेताओं ने यह भी कहा कि ऐसे हमले उनके शांति और एकता के संकल्प को कमजोर नहीं कर सकते। उन्होंने हमले के दोषियों को सजा दिलाने के लिए हर संभव सहयोग देने का वादा किया है।
इस मौके पर स्थानीय घोड़ा सवारी करने वाले सैयद अदिल हुसैन शाह को विशेष श्रद्धांजलि दी गई, जो पर्यटकों को बचाते हुए हमलावरों से भिड़ गए थे और शहीद हो गए। प्रस्ताव में उन्हें कश्मीरियत और मेहमाननवाज़ी का प्रतीक बताया गया और कहा गया कि उनकी बहादुरी सबके लिए प्रेरणा बनेगी।
प्रस्ताव में मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना और एकजुटता जताई गई। साथ ही जम्मू-कश्मीर की जनता की सराहना की गई, जिन्होंने पर्यटकों के समर्थन में शांति से प्रदर्शन किए और हमले की निंदा की।
प्रस्ताव में देश के अन्य हिस्सों में रह रहे या घूम रहे कश्मीरी छात्रों और नागरिकों की सुरक्षा को लेकर भी चिंता जताई गई और सभी राज्य सरकारों से अपील की गई कि वे कश्मीरियों की सुरक्षा सुनिश्चित करें और उनके साथ किसी तरह का भेदभाव, डराने या परेशान करने की घटनाओं को रोका जाए।
बैठक में सभी राजनीतिक दलों, धार्मिक नेताओं, युवाओं, सामाजिक संगठनों और मीडिया से अपील की गई कि वे शांति बनाए रखें और किसी भी तरह की अफवाह या नफरत फैलाने वाली कोशिशों को नाकाम करें। बैठक में शामिल नेताओं ने मिलकर जम्मू-कश्मीर की तरक्की और स्थिरता के लिए एक साथ काम करने की जरूरत पर जोर दिया।
इस सर्वदलीय बैठक में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी, कई मंत्री, सांसद, पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद, कांग्रेस नेता तारीक हमीद कर्रा और निजामुद्दीन भट, माकपा नेता एम.वाई. तारीगामी, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के सज्जाद गनी लोन, पीडीपी के महबूब बेग और बशारत बुखारी, अपनी पार्टी के अध्यक्ष सैयद अल्ताफ बुखारी, और बीजेपी प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर सहित कई प्रमुख नेता मौजूद थे।