Edited By Sunita sarangal, Updated: 25 Jun, 2024 10:20 AM
पिछले साल 4.5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने गुफा मंदिर के अंदर बर्फ से निर्मित शिवलिंग के दर्शन किए थे।
श्रीनगर: अमरनाथ यात्रा के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस, राज्य आपदा रिस्पांस फोर्स (एस.डी.आर.एफ.), राष्ट्रीय आपदा रिस्पांस फोर्स (एन.डी.आर.एफ.), सीमा सुरक्षा बल (बी.एस.एफ.) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सी.आर.पी.एफ.) की 38 पर्वतीय बचाव टीमें तैनात की जाएंगी।
यह भी पढ़ें : Jammu Kashmir News: LoC के पास घूम रहा व्यक्ति हिरासत में, पुलिस कर रही पूछताछ
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इन दलों को उनकी विशिष्ट जिम्मेदारियों के बारे में जानकारी दी और तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के महत्व पर जोर दिया। अमरनाथ स्थित गुफा मंदिर में शिवलिंग के दर्शन के लिए 52 दिवसीय इस तीर्थयात्रा की शुरूआत 29 जून से होगी। 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस मंदिर में जाने के लिए यात्रा 2 मार्गों से की जाती है। एक मार्ग अनंतनाग में 48 किलोमीटर लंबा पारंपरिक नुनवान-पहलगाम मार्ग है तो दूसरा गांदरबल में 14 किलोमीटर लंबा बालटाल मार्ग, जो भले ही छोटा है लेकिन अधिक खड़ी चढ़ाई वाला है।
पिछले साल 4.5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने गुफा मंदिर के अंदर बर्फ से निर्मित शिवलिंग के दर्शन किए थे। एक अधिकारी ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) विजय कुमार ने सोमवार को पुलिस, एस.डी.आर.एफ., एन.डी.आर.एफ., सीमा सुरक्षा बल और सी.आर.पी.एफ. की पर्वतीय बचाव टीमों (एम.आर.टी.) के साथ एक व्यापक समीक्षा बैठक की। उन्होंने बताया कि एम.आर.टी. तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए दोनों मार्गों के महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात की जाएंगी। अधिकारी ने बताया कि इन दलों में पुलिस की 13, एस.डी.आर.एफ. की 11, एन.डी.आर.एफ. की 8, बी.एस.एफ. की 4 और सी.आर.पी.एफ. की 2 टीम शामिल हैं।