Edited By Sunita sarangal, Updated: 17 Mar, 2025 10:24 AM

उन्होंने बताया कि बंदूकधारियों ने रहमान के सुरक्षागार्ड की भी हत्या कर दी।
जम्मू डेस्क : जम्मू में 9 जून, 2024 को हुए शिवखोड़ी बस हमले के मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा के एक शीर्ष कमांडर का पाकिस्तान में कत्ल हो गया। इसके अलावा वह जम्मू-कश्मीर में कई घातक आतंकी हमलों के लिए वांछित था। बताया जा रहा है कि इस हमले में उसके सुरक्षा गार्ड की भी मौत हो गई। इस बात की पुष्टि खुद अधिकारियों ने की है।
जानकारी के अनुसार अधिकारियों ने बताया कि शनिवार शाम पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के झेलम इलाके में अज्ञात बंदूकधारियों ने जिया-उर-रहमान उर्फ नदीम उर्फ अबू कतल उर्फ कतल सिंधी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उन्होंने बताया कि बंदूकधारियों ने रहमान के सुरक्षागार्ड की भी हत्या कर दी। रहमान को लश्कर संस्थापक हाफिज सईद का भरोसेमंद सहयोगी माना जाता था। वह जम्मू-कश्मीर के पूंछ-राजौरी क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था।
अधिकारियों के मुताबिक रहमान ने वर्ष 2000 की शुरुआत में जम्मू क्षेत्र में घुसपैठ की थी और 2005 में वापस पाकिस्तान चला गया था। उसके पास पुंछ और राजौरी में आतंकवादियों के सहयोगियों का मजबूत नेटवर्क था। NIA की जांच में कई आतंकवादी वारदातों में रहमान की मौजूदगी की बात सामने आई थी। केंद्रीय एजेंसी ने 2023 में राजौरी के डांगरी गांव में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हुए हमले से जुड़े मामले में उसके खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (निवारण) अधिनियम (यू.ए.पी.ए.) के तहत आरोप पत्र दाखिल किया था। डांगरी गांव में आतंकियों ने 1 जनवरी, 2023 को अंधाधुंध गोलीबारी कर 5 लोगों की हत्या कर दी थी। हमलावरों ने घटनास्थल पर एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आई.ई.डी.) भी छोड़ा था, जिसकी चपेट में आकर अगले दिन 2 और लोगों की जान चली गई थी, जबकि 14 अन्य घायल हुए थे।
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वहीं रहमान को 9 जून, 2024 को दर्शन के लिए शिव खोड़ी मंदिर जा रहे श्रद्धालुओं की बस पर हुए हमले का मास्टरमाइंड भी बताया जाता था। इस हमले में 9 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी, जबकि 41 अन्य घायल हुए थे। अधिकारियों के अनुसार रहमान 20 अप्रैल, 2023 को भट्टा-दुर्रियन में हुए हमले में भी शामिल था, जिसमें 5 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। इसके अलावा 5 मई, 2023 को कंडी क्षेत्र में 9 पैरा स्पेशल फोर्स पर हुए हमले के पीछे भी उसका हाथ था, जिसमें 5 सैनिकों की जान गई थी।
अधिकारियों के मुताबिक रहमान पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पी.ओ.के.) के कोटली जिले में लश्कर के आतंकवादियों की घुसपैठ की योजना बनाने की जिम्मेदारी संभाल रहा था। वह सईद के सबसे भरोसेमंद लोगों में शामिल था।
आपको बता दें कि पिछले 3 वर्षों में पाकिस्तान और पी.ओ.के. में अज्ञात बंदूकधारियों ने लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन के एक दर्जन से अधिक आतंकवादियों की हत्या की है।
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