Edited By Sunita sarangal, Updated: 05 Mar, 2025 05:34 PM

आज जम्मू-कश्मीर में विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही पूरी हो गई।
जम्मू डेस्क : आज जम्मू-कश्मीर में विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही पूरी हो गई। इस दौरान भाजपा के विधायकों ने वॉकआउट किया। पी.डी.पी. और भाजपा में 13 जुलाई को शहीद हुए मुसलमानों के लिए सरकारी छुट्टी की मांग पर बहसबाजी हुई। वहीं इसके साथ ही मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और मेहाराज मलिक के बीच बहसबाजी हुई। पूरे दिन की कार्यवाही में छोटी-मोटी नोकझोक भी चलती रही। हम आपके लिए जम्मू कश्मीर विधानसभा बजट सैशन में गरमाए हुए कुछ मुद्दे लेकर आए हैं जो इस प्रकार हैं।
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भाजपा विधायक शक्ति राज परिहार ने उमर अब्दुल्ला से बिजली को लेकर सवाल किया। जब सी.एम. उमर अब्दुल्ला इस सवाल का जवाब दे रहे थे तो डोडा से आम आदमी पार्टी के विधायक मेहराज मलिक ने उनके इलाके में आ रही बिजली की समस्याओं को उजागर किया। उन्होंने कहा कि उनके इलाकों में बिजली कम है। कई जगहों पर तो बिजली के खंभे और तारें भी नहीं हैं। उनके इलाके के लोग रमजान भी अंधेरे में ही मनाते हैं। उनकी मांग है कि रमजान के दौरान बिजली के कट कम लगाए जाएं और लोगों को रोशनी बांटी जाए।
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इतना ही नहीं मेहराज मलिक सी.एम. उमर अब्दुल्ला की स्पीच के बीच बार-बार बोल रहे थे। इस पर नेशनल कांफ्रेंस के विधायकों ने नाराजगी जताई और मेहराज मलिक को चुप रहने के लिए कहा लेकिन बहसबाजी बढ़ गई। इसके बाद स्पीकर ने उन्हें कहा कि अगर वे शांत नहीं हुए तो उन्हें बाहर निकाल दिया जाएगा। इस पर मेहराज मलिक ने खुद ही सदन से वॉकआउट कर लिया।
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इसके अलावा बांदीपोरा के विधायक निजामुद्दीन भट ने सभी पार्टियों का एक सदन पैनल बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह हाउस पैनल इक्ट्ठा होकर केंद्र सरकार के सामने जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा दिलाने के मुद्दे पर बातचीत करेगा। उन्होंने कहा कि अब जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा दिलाने में देर नहीं करनी चाहिए। साथ ही उन्होंने सी.एम. उमर अब्दुल्ला से कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मीटिंग का समय मांगे ताकि वह राज्य का दर्जा वापस मांग सकें। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर की जनता के लिए उन्हें जल्द से जल्द राज्य का दर्जा वापस पाना होगा। इसलिए इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए सभी पार्टियों का एक हाउस पैनल बनाया जाना चाहिए।
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वहीं इस दौरान स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री सकीना इत्तू ने पुलवामा के विधायक वहीद उर रहमान पारा के सवाल का जवाब देते कहा कि सरकार के पास सिरनू, पुलवामा में 100 बेड वाले मैटरनिटी अस्पताल का कोई प्रस्ताव नहीं है। जिला अस्पताल में मैटरनिटी स्वास्थ्य सुविधाओं सहित बाकी सुविधाएं भी मिल रही हैं। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर बनाया जा रहा है ताकि जनता को लाभ मिल सके। फिलहाल जम्मू-कश्मीर में स्वास्थ्य सुविधाएं देने वाले 4000 स्वास्थ्य संस्थान मौजूद हैं जिन्हें और बढ़िया बनाया जा रहा है। फिलहाल किसी और हेल्थ सेंटर या अस्पताल को बनाने को लेकर अभी तक कोई योजना नहीं है।
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आज विधानसभा के बजट सत्र में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला पहुंचे। इस दौरान वह सदन में स्पीकर की गैलरी में बैठे। उनके साथ अजय सधोत्रा, नेशनल कांफ्रेंस के नेता नासिर असलम वानी और रतन लाल गुप्ता बैठे थे।
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