Edited By Neetu Bala, Updated: 13 Feb, 2025 03:09 PM
सत्ताधारी पार्टी नेशनल कांफ्रेंस, पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी व इंजीनियर रशीद की आवामी इत्तेहाद पार्टी शराबबंदी के समर्थन में हैं।
जम्मू डेस्क : जम्मू कश्मीर में शराब की बिक्री पर रोक लगने वाली है। आप को बता दें कि नेशनल कॉन्फ्रेस (NC) सहित कई पार्टियों ने शराबबंदी की मांग उठाई है। आप को बता दें कि इसको लेकर एक विधेयक ( बिल ) विधानसभा में पेश हो सकता है। सत्ताधारी पार्टी नेशनल कांफ्रेंस, पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी व इंजीनियर रशीद की आवामी इत्तेहाद पार्टी शराबबंदी के समर्थन में हैं। नेशनल कांफ्रेंस पार्टी के विधायक अहसान परदेसी ने आठ पन्नों का विधेयक जमा किया है।
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शराबबंदी की मांग
जम्मू और कश्मीर में कई राजनीतिक दल, जिनमें नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां), पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी), और इंजीनियर रशीद की अवामी इत्तेहाद पार्टी (एआइपी) शामिल हैं, शराबबंदी की मांग कर रहे हैं। नेकां विधायक अहसान परदेसी ने विधानसभा में एक आठ पन्नों का विधेयक पेश कर सकते है जिसमें उनके निर्वाचन क्षेत्र में शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है। उनका तर्क है कि कश्मीर के लोग अपने क्षेत्र में शराब की बिक्री नहीं चाहते हैं।
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आगामी बजट सत्र में शराबबंदी का मुद्दा उठने की उम्मीद है। पीडीपी, नेकां और एआइपी जैसे विभिन्न दलों के निजी बिल सदन में पेश किए जाएंगे। चूंकि जम्मू और कश्मीर एक पर्यटन स्थल है और शराब की बिक्री राजस्व का एक महत्वपूर्ण स्रोत है, इसलिए इन विधेयकों से विधानसभा में कड़ी प्रतिक्रिया हो सकती है।
विधायकों के तर्क: शराबबंदी के लिए विधेयक जमा करने वाले विधायकों का तर्क है कि यह मुस्लिम समुदाय की संस्कृति और धार्मिक मूल्यों की रक्षा के लिए आवश्यक है। बिल में कश्मीर के अलावा जम्मू क्षेत्र के मुस्लिम बहुल इलाकों में भी शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है।
नशीली दवाओं का संकट: अहसान परदेसी ने कहा है कि जम्मू और कश्मीर नशीली दवाओं के संकट से जूझ रहा है, और शराब की आसान उपलब्धता स्थिति को और खराब कर रही है।