Edited By Sunita sarangal, Updated: 11 Jul, 2024 11:03 AM
स्थानीय लोगों का आरोप है कि वे सालों से इस समस्या का सामना कर रहे हैं और अपनी दैनिक जरूरतों के लिए गंदे पानी के स्रोतों का इस्तेमाल करने को मजबूर हैं।
सुंबल(मीर आफताब): उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले के नौगाम सोनावारी इलाके के निवासियों को पीने के पानी की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है। खास तौर पर मुहर्रम के दिनों में उनके इलाके में पानी की कमी के कारण लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
यह भी पढ़ें : Kathua Encounter Update : आतंकियों की तलाश में लगातार चल रहा सर्च ऑपरेशन
स्थानीय लोगों का आरोप है कि वे सालों से इस समस्या का सामना कर रहे हैं और अपनी दैनिक जरूरतों के लिए गंदे पानी के स्रोतों का इस्तेमाल करने को मजबूर हैं। सुरक्षित पेयजल तक पहुंच की कमी से स्वास्थ्य को गंभीर खतरा है, खास तौर पर धार्मिक अनुष्ठानों के दौरान इसका खतरा बढ़ जाता है। मीडिया से बात करते हुए स्थानीय निवासी अली मोहम्मद गनी ने आरोप लगाया कि प्रशासन इलाके में पानी तो बांटता है, लेकिन मुहर्रम के दिनों में उनके घरों तक पानी नहीं पहुंचा पाता। उन्हें नदियों और नहरों से पानी इस्तेमाल करने के लिए मजबूर होना पड़ता है, जो पीने के लिए सुरक्षित नहीं है। प्रशासन अपने कर्तव्य की उपेक्षा कर रहा है। वे मुहर्रम के दिनों में पीने के पानी की सुविधा देने में विफल रहे हैं।
यह भी पढ़ें : मवेशी चराने गए व्यक्ति के साथ घटा दर्दनाक हादसा, इलाके में मातम का माहौल
वहीं सामाजिक कार्यकर्ता नासिर रसूल ने नौगाम के ग्रामीणों की दुर्दशा को उजागर किया, जो जल शक्ति विभाग द्वारा अधूरी जल जीवन मिशन (जे.जे.एम.) योजना के कारण पानी की कमी का सामना कर रहे हैं। नासिर रसूल ने सरकार के महत्वाकांक्षी "हर घर नल हर घर जल" कार्यक्रम की आलोचना की, क्योंकि यह अपने वादों को पूरा करने में विफल रहा है। इसके कारण 30,000 से अधिक निवासियों को अपर्याप्त पेयजल आपूर्ति से जूझना पड़ रहा है। उन्होंने संबंधित विभाग से ग्रामीणों को बहुत जरूरी राहत प्रदान करने के लिए जे.जे.एम. योजना को पूरा करने में तेजी लाने का आग्रह किया। ग्रामीणों ने उपराज्यपाल प्रशासन और जिला प्रशासन से मामले को देखने और यह सुनिश्चित करने की अपील की है कि उन्हें जल्द से जल्द अपने घरों में स्वच्छ पेयजल मिले।