Edited By Sunita sarangal, Updated: 13 Sep, 2024 12:13 PM
स्वच्छ पेयजल की कमी एक गंभीर समस्या है। खासकर बुजुर्गों और बच्चों के लिए, जो अनुपचारित पानी के सेवन के कारण बीमार पड़ने का जोखिम उठाते हैं।
बांदीपुरा(मीर आफताब): उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले के गुरेज सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एल.ओ.सी.) के पास स्थित नायल गांव के निवासी अभी भी पानी की भारी कमी से जूझ रहे हैं। गांव के लिए लाइन जलापूर्ति योजना दो साल से अधूरी पड़ी है। पानी की टंकी का निर्माण पूरा हो गया है, लेकिन पाइपलाइनों की कमी के कारण परियोजना रुकी हुई है, जिससे 500 से अधिक परिवार प्राकृतिक जल स्रोतों पर निर्भर हैं।
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स्थानीय निवासी मुख्तियार अहमद लोन ने ग्रामीणों की चिंताओं को व्यक्त करते हुए कहा कि जल जीवन मिशन (जे.जे.एम.) परियोजना के अधूरे रहने से स्थानीय लोगों का जीवन मुश्किल हो गया है। लोन ने कहा कि स्वच्छ पेयजल की कमी एक गंभीर समस्या है। खासकर बुजुर्गों और बच्चों के लिए, जो अनुपचारित पानी के सेवन के कारण बीमार पड़ने का जोखिम उठाते हैं। उन्होंने आगे बताया कि 2022 में 4 किलोमीटर की पाइपलाइन प्रणाली स्थापित की गई थी, लेकिन तब से यह परियोजना अधूरी है।
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लोन ने कहा कि सरकारी धन की एक बड़ी राशि बर्बाद हो गई है। इस सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बांदीपोरा के डिप्टी कमिश्नर, गुरेज के सब डिविजनल मजिस्ट्रेट और जल शक्ति विभाग के सहायक कार्यकारी अभियंता (ए.ई.ई.) से परियोजना को छोड़ने के लिए जिम्मेदार ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया। इस बीच स्थानीय लोगों ने अधिकारियों से हस्तक्षेप करने और ग्रामीणों की जल आपूर्ति की गंभीर समस्याओं को जल्द से जल्द हल करने की अपील की, ताकि उन्हें अब ऐसी कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।
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