Edited By Sunita sarangal, Updated: 29 Aug, 2024 11:41 AM
वर्ष 2016 की गर्मियों में हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी की हत्या के बाद अशांति के दौरान बरकती चर्चा में आया था।
जम्मू-कश्मीर: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए बुधवार को नामांकन पत्रों की जांच के दौरान जेल में बंद अलगाववादी सरजान बरकती सहित 35 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र खारिज कर दिए गए, जिससे अब मैदान में 244 उम्मीदवार रह गए हैं।
पहले चरण में 24 सीटों पर 18 सितंबर को मतदान होगा। इनमें से 16 सीटें दक्षिण कश्मीर के पुलवामा, कुलगाम, अनंतनाग और शोपियां जिलों में तथा 8 सीटें जम्मू क्षेत्र के चिनाब घाटी क्षेत्र में हैं, जिसमें डोडा, किश्तवाड़ और रामबन जिले शामिल हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि 24 विधानसभा क्षेत्रों के लिए नामांकन पत्रों की जांच बुधवार को सभी 7 जिलों के संबंधित निर्वाचन अधिकारियों के कार्यालय में की गई।
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बयान के मुताबिक 279 उम्मीदवारों द्वारा दाखिल नामांकन पत्रों की जांच के दौरान निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार 244 उम्मीदवारों की उम्मीदवारी वैध पाई गई, जबकि 35 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र अवैध पाए जाने के कारण खारिज कर दिए गए। जिन 35 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र खारिज हुए हैं, उनमें जेल में बंद अलगाववादी कार्यकर्ता सरजान अहमद वागय उर्फ सरजान बरकती भी शामिल है। बरकती की बेटी सुगरा ने मंगलवार को शोपियां जिले के जैनापुरा निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर बरकती का नामांकन पत्र दाखिल किया था।
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वर्ष 2016 की गर्मियों में हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी की हत्या के बाद अशांति के दौरान बरकती चर्चा में आया था। बरकती को पहली बार 8 साल पहले गिरफ्तार किया गया था और उस पर लोक सुरक्षा कानून के तहत मामला दर्ज किया गया था। पिछले साल बरकती को फिर से गिरफ्तार किया गया और उस पर गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यू.ए.पी.ए.) के तहत आरोप लगाए गए। इस वर्ष की शुरूआत में एक अदालत में बरकती के खिलाफ दाखिल आरोपपत्र के अनुसार वह आतंकवादी-अलगाववादी गठजोड़ का एक सक्रिय समर्थक है।
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आरोपपत्र में कहा गया कि बरकती ने अपने भड़काऊ भाषणों के जरिए आतंकवादी, अलगाववादी विचारधाराओं और गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए अपने रिश्तेदारों और परिवार के सदस्यों सहित अन्य लोगों के साथ एक आपराधिक साजिश रची। आरोपपत्र में कहा गया कि ऐसे ऑडियो-वीडियो भड़काऊ भाषणों के माध्यम से उसने युवाओं को आतंकवादी संगठनों में शामिल होने के लिए उकसाया। बरकती के अलावा जिन अन्य उम्मीदवारों के नामांकन पत्र खारिज किए गए हैं, उनमें 13 निर्दलीय उम्मीदवार और विभिन्न राजनीतिक दलों के कई उम्मीदवार शामिल हैं। उम्मीदवार 30 अगस्त तक दोपहर 3 बजे से पहले संबंधित निर्वाचन अधिकारियों के कार्यालय में जाकर अपना नामांकन वापस ले सकते हैं।
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