Edited By Sunita sarangal, Updated: 11 Feb, 2025 05:18 PM
![mehbooba mufti attack on cm omar](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_17_17_522666929mehboobamuftiattackoncm-ll.jpg)
मुफ्ती ने हाल ही में हुई दो घटनाओं पर प्रकाश डाला- एक सोपोर में, जहां एक ट्रक चालक की सेना द्वारा कथित तौर पर हत्या कर दी गई थी
श्रीनगर(मीर आफताब): पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सवाल उठाया है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा के बारे में कड़े सवाल पूछने के लिए अपनी राजनीतिक ताकत का इस्तेमाल क्यों नहीं कर रहे हैं।
मीडिया से बात करते हुए मुफ्ती ने बताया कि पी.डी.पी. के पास विधानसभा में पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं है, जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस के पास 50 विधायक और संसद सदस्य हैं। उन्होंने क्षेत्र में कथित मानवाधिकार उल्लंघन और सुरक्षा ज्यादतियों पर गृहमंत्री के समक्ष चिंता व्यक्त नहीं करने के लिए अब्दुल्ला की आलोचना की।
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मुफ्ती ने हाल ही में हुई दो घटनाओं पर प्रकाश डाला- एक सोपोर में, जहां एक ट्रक चालक की सेना द्वारा कथित तौर पर हत्या कर दी गई थी, और दूसरी कठुआ में, जहां एक युवक को कथित तौर पर पुलिस उत्पीड़न के कारण अपनी जान लेने के लिए मजबूर होना पड़ा।
पी.डी.पी. नेता ने प्रशासन की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें और उनकी पार्टी के सदस्यों को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने से रोका गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी बेटी इल्तिजा मुफ्ती के निजी सुरक्षा अधिकारियों (पी.एस.ओ.) को भी बिना किसी स्पष्टीकरण के सस्पेंड कर दिया गया। उन्होंने सरकार द्वारा की गई "चुनिंदा कार्रवाई" की निंदा की और मानवाधिकार उल्लंघन के लिए जिम्मेदार लोगों के लिए जवाबदेही की मांग की।
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मुफ्ती ने जोर देते हुए कहा कि वह एक विपक्षी पार्टी हैं, उग्रवादी नहीं। अन्याय के समय लोगों के साथ खड़े होना उनका कर्तव्य है। जब तक जीवन के मौलिक अधिकार की रक्षा नहीं की जाती, तब तक राज्य का दर्जा बहाल करने का कोई मतलब नहीं है।
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