Edited By Neetu Bala, Updated: 28 Aug, 2024 03:59 PM
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि विधान सभा के पास कानून पारित करने की कोई वास्तविक शक्ति नहीं है।
श्रीनगर ( मीर आफताब ) : जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा की मौजूदा स्थिति की आलोचना करते हुए कहा कि इसे नगरपालिका के स्तर पर लाकर छोड़ दिया गया है, जिसके पास कानून पारित करने की कोई वास्तविक शक्ति नहीं है।
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श्रीनगर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मुफ्ती ने कहा, "हमने हमेशा अकेले ही लड़ाई लड़ी है। जब से हमारी पार्टी बनी है, हम अकेले ही और लोगों के समर्थन से लड़े हैं। हमने यहां के लोगों की पीड़ा को दूर करने के लिए लड़ाई लड़ी है।"
मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल और मौजूदा स्थिति के बीच तुलना करते हुए मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा की कम होती शक्ति पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा, "उमर साहब (उमर अब्दुल्ला) ने खुद कहा कि उन्हें चपरासी के तबादले के लिए राज्यपाल के पास जाना पड़ेगा। मैं सिर्फ चपरासी के तबादले की चिंता नहीं कर रही हूं, बल्कि मैं ऐसी सीएम रही हूं, जिसने केंद्र में भाजपा के साथ सरकार चलाई, 12,000 लोगों की एफआईआर वापस ली, अलगाववादियों को पत्र लिखे, संघर्ष विराम लागू करवा सकती थी, नेताओं को हुर्रियत नेताओं से मिलवा सकती थी, क्या अब आप ऐसा कर सकते हैं?"
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मैं एक शक्तिशाली सीएम थी, विधानसभा शक्तिशाली थी, अब विधानसभा नगरपालिका बन गई है। हम कानून पारित नहीं कर सकते। मैं ऐसे मुख्यमंत्री पद का क्या करूंगी?"
मुफ्ती की टिप्पणी जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक अधिकार के कथित क्षरण से चल रही हताशा को दर्शाती है।
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