Edited By VANSH Sharma, Updated: 28 Jun, 2025 11:51 AM

जम्मू-कश्मीर का पर्यटन इस समय भारी संकट में है।
जम्मू डेस्क: जम्मू-कश्मीर का पर्यटन इस समय भारी संकट में है। मार्च 2023 में जम्मू-कश्मीर सरकार ने 75 नए पर्यटन स्थलों को बढ़ावा देने की योजना शुरू की थी, लेकिन 22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरण घाटी में हुए आतंकी हमले ने इन प्रयासों को तगड़ा झटका दिया। इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई।
हमले के बाद प्रशासन ने एहतियात के तौर पर कश्मीर के 48 पर्यटन स्थलों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया, जिनमें गुरेज़, लोलाब और दूधपथरी जैसे शांत व सुंदर इलाके शामिल हैं। इसके चलते पर्यटन उद्योग को भारी नुकसान हुआ। टूर ऑपरेटरों और होटल कारोबारियों का कहना है कि गर्मी का मौसम आमतौर पर सबसे व्यस्त होता है, लेकिन इस बार हालात पूरी तरह बदल गए। हजारों लोग बेरोजगारी की चपेट में आ गए हैं, और कई निवेशक दिवालिया होने की कगार पर पहुंच गए हैं।
अब घाटी की उम्मीदें अमरनाथ यात्रा से जुड़ी हैं, जो इस वर्ष 3 जुलाई से 9 अगस्त तक चलेगी। अनुमान है कि इस तीर्थ यात्रा से करीब 20 लाख श्रद्धालु जुड़ेंगे, जिससे स्थानीय लोगों को रोज़गार और व्यापार का एक बड़ा अवसर मिल सकता है। हालात को संभालने के लिए सरकार को तुरंत ठोस और भरोसेमंद कदम उठाने होंगे, ताकि घाटी में रोज़ी-रोटी की बहाली हो सके और एक बार फिर रौनक लौटे।
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