Edited By Neetu Bala, Updated: 12 Jul, 2024 12:59 PM
सुश्री बानो ने उद्यम के साथ अपनी संतुष्टि व्यक्त की, अपने पांच सदस्यों के परिवार पर इसके सकारात्मक प्रभाव को उजागर किया।
पुलवामा ( मीर आफताब ) : त्राल उप-जिले के भटनूर में बासमनी की एक दृढ़ निश्चयी आदिवासी लड़की रुबीना बानो ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के सहयोग से अपनी खुद की दूध प्रसंस्करण इकाई स्थापित करके एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। जागरूकता कार्यक्रम में भागीदार से उद्यमी बनने तक का उनका सफर ग्रामीण कश्मीर में लचीलापन और पहल का उदाहरण है।
ग्रामीण महिलाओं में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एनआरएलएम की पहल से प्रेरित होकर सुश्री बानो ने एक कार्यात्मक दूध प्रसंस्करण इकाई स्थापित करने में अपने प्रयासों का निवेश किया। शुरुआत में तीन गायों को प्राप्त करने के बाद, वह अब सफलतापूर्वक दूध, मक्खन, दही और अन्य डेयरी उत्पादों का उत्पादन करती हैं और आस-पास के इलाकों जैसे पनेर मंडुरा और भटनूर में स्थानीय दुकानदारों को आपूर्ति करती हैं। उनके उद्यम ने महत्वपूर्ण ध्यान और ग्राहक ऑर्डर प्राप्त किए हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है।
सुश्री बानो ने उद्यम के साथ अपनी संतुष्टि व्यक्त की, अपने पांच सदस्यों के परिवार पर इसके सकारात्मक प्रभाव को उजागर किया। उन्होंने बताया, "मैं इस यूनिट से खुश हूं क्योंकि इससे मेरे परिवार को मदद मिलती है।" उनकी सफलता की कहानी दूसरी युवा लड़कियों के लिए एक प्रेरणास्रोत है, जो उन्हें उद्यमशीलता के क्षेत्र में आगे बढ़ने और वित्तीय स्वतंत्रता हासिल करने के लिए प्रोत्साहित करती है।