Edited By Neetu Bala, Updated: 27 Mar, 2024 05:03 PM
उमर ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा की गई टिप्पणी लोकसभा चुनाव से पहले जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ धोखा है।
श्रीनगर (मीर आफताब) : पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को AFSPA (सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम) हटाने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान को भ्रामक करार दिया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से लद्दाख के लोगों को राज्य का दर्जा और छठी अनुसूची की बहाली पर धोखा दिया गया है, केंद्रीय गृह मंत्री लोकसभा चुनाव से पहले जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ भी ऐसा ही कर रहे हैं।
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“अगर नई दिल्ली मान रही है कि जम्मू-कश्मीर में सब कुछ सामान्य है, यहां तक कि उग्रवाद और अलगाववाद भी खत्म हो गया है, तो मेरा मानना है कि AFSPA हटाने और सैनिकों को वापस बुलाने का सही समय आ गया है, अब और इंतजार करने की जरूरत नहीं होनी चाहिए,” उमर अब्दुल्ला ने बडगाम में संवाददाताओं से कहा। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा की गई टिप्पणी लोकसभा चुनाव से पहले जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ धोखा है।
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उन्होंने कहा कि हम देख रहे हैं कि केंद्र सरकार ने लद्दाख के लोगों के साथ क्या किया। न तो उनका राज्य का दर्जा बहाल किया गया और न ही छठी अनुसूची दी गई। लोकसभा चुनाव से पहले जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ भी यही चलन दोहराया जा रहा है। इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि केंद्र जम्मू-कश्मीर से सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम को हटाने पर विचार करेगा और केंद्र शासित प्रदेश से सैनिकों को वापस बुलाने के लिए उसके पास रोडमैप है।